अलवर. लोकसभा चुनाव के बाद अलवर में फिर से अवैध खनन की शिकायतें मिल रही हैं. वहीं खनन विभाग अपनी आंखें बंद करके बैठा है. ऐसे में पुलिस ने खनन माफियाओं के खिलाफ कठोर कदम उठाने के फैसले लिए हैं. इस हिसाब से आने वाला समय खनन माफियाओं के लिए परेशानी हो सकती है.
लोकसभा चुनाव के बाद अलवर जिले में एक दर्जन अवैध खनन के मामले सामने आ चुके हैं. सबसे ज्यादा मामले भिवाड़ी, खुशखेड़ा, तिजारा, टपूकड़ा क्षेत्र में दर्द हुए. खनन माफिया दिन रात अवैध खनन करने में लगे हुए हैं. वहीं विभाग हर बार की तरह एक ही राग अलाप रहा है. कुछ माह पहले सुप्रीम कोर्ट ने भी अलवर में अवैध खनन की बात कहते हुए 32 पहाड़ गायब होने की बात कही थी. इसके बावजूद लगातार अरावली में अवैध खनन जारी है.
हालांकि अलवर पुलिस की तरफ से लगातार खनन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. कुछ दिन पहले खुशखेड़ा में पुलिस ने डंपर पकड़े थे और खनन में शामिल लोगों को गिरफ्तार किया था. इस मामले में उनके खिलाफ कई एफआइआर भी दर्ज की गई. लगातार मिल रही शिकायतों पर अलवर पुलिस अधीक्षक पारिस देशमुख ने कहा की अवैध खनन माफियाओं के खिलाफ विशेष योजना तैयार की गई है. जल्द ही जिले के सभी हिस्सों में विशेष कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि अवैध खनन को लेकर अलवर कई बार सुर्खियों में आ चुका है. सबसे ज्यादा अवैध खनन की घटनाएं अलवर क्षेत्र में होती हैं. कई बार पुलिस की तरफ से अवैध खनन रोकने के लिए प्रयास किए गए, लेकिन पुलिस को हमेशा नाकामी हाथ लगी. कई बार पुलिस पर खनन विभाग पर अवैध खनन माफियाओं के साथ मिलीभगत होने के भी आरोप लगे हैं, लेकिन उसके बाद भी अलवर में अवैध खनन की घटनाएं नहीं रुकी. ऐसे में देखना होगा कि इस बार पुलिस अवैध खनन रोकने के लिए क्या कदम उठाती है.