अलवर. भिवाड़ी क्षेत्र प्रदेश में सबसे प्रदूषित शहर बना हुआ (Most Polluted Area in Rajasthan) है. भिवाड़ी का गुरुवार सुबह को वायु गुणवत्ता सूचकांक (Air Quality Index) एक्यूआई 195 यूजी दर्ज हुआ. वहीं, भरतपुर और अलवर में प्रदूषण के स्तर में बीते दिनों की तुलना में बढ़ोतरी हुई है. इसके अलावा कुछ शहरों के प्रदूषण के स्तर में कमी भी दर्ज हुई है. लेकिन भिवाड़ी सबसे ज्यादा प्रदूषित क्यों है. यह सवाल सभी की जहन में है.
प्रदूषण एक ऐसी समस्या है, जो 24 घंटे हमें नुकसान पहुंचाता है. दिल्ली जैसा बड़ा शहर ही नहीं, अब छोटे शहरों में भी प्रदूषण नए रिकॉर्ड बना रहा है. हालांकि, दिल्ली-NCR रीजन अब भी प्रदूषण के मामले में टॉप पर है. उत्तर और दक्षित राज्यों के मुकाबले दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण का स्तर तीन गुना ज्यादा है. अलवर का भिवाड़ी बीते दिनों पूरी दुनिया में सबसे प्रदूषित शहर बन चुका है. लेकिन उसके बाद भी प्रदेश सरकार और अलवर जिला प्रशासन की तरफ से कोई कदम नहीं उठाए गए. इसलिए मौसम में बदलाव के साथ ही भिवाड़ी में प्रदूषण का स्तर बढ़ने लगा है.
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प्रशासन ने साधी चुप्पी : गुरुवार को सुबह भिवाड़ी का वायु गुणवक्ता सूचकांक एक्यूआई 195 यूजी, भरतपुर 156 यूजी, अलवर 144 यूजी, जयपुर 118 यूजी, कोटा 110 यूजी, सीकर 112 यूजी, टोंक 122 यूजी एक्यूआई दर्ज किया गया है. अलवर, भरतपुर, सीकर, टोंक में प्रदूषण का स्तर बढ़ा है. जबकि जयपुर, जोधपुर, कोटा और उदयपुर सहित अन्य महानगरों में प्रदूषण के वायु गुणवत्ता सूचकांक में कमी आई है. भिवाड़ी में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण के स्तर पर कोई भी अधिकारी बोलने के लिए तैयार नहीं है. अलवर प्रशासन ने इस मामले पर चुप्पी साध रखी है. तो वहीं भिवाड़ी नगर निगम और प्रदूषण विभाग की तरफ से सड़क पर पानी का छिड़काव जैसे एहतियातन कदम उठाए जा रहे हैं.