जयपुर. अलवर मूक-बधिर बालिका प्रकरण में भाजपा की मांग और राजनीतिक दबाव के चलते गहलोत सरकार ने पूरे मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश केंद्र सरकार से कर दी. लेकिन 5 दिन बाद भी केंद्र ने जांच की मंजूरी नहीं दी (CBI probe in Alwar Case). यही कारण है कि अब इस मामले में कांग्रेस प्रदेश भाजपा नेताओं से सवाल कर रही है कि पिछले प्रकरणों की तरह सीबीआई इस प्रकरण में भी लेटलतीफी करेगी(Congress targets BJP on Alwar Case) . वहीं भाजपा नेता इस मामले में बैकफुट पर नजर आ रहे हैं.
अलवर बालिका के इस प्रकरण में अब तक आरोपी गिरफ्त से बाहर है और पूरी घटना की गुत्थी भी राजस्थान पुलिस सुलझा पाने में अब तक नाकाम रही है. लेकिन जिस तरह सीबीआई जांच की मांग भाजपा के नेता कर रहे थे और प्रदेश सरकार ने उसकी अनुशंसा भेज दी. उसके बाद अब तक केंद्र सरकार ने इसकी मंजूरी नहीं दी. गहलोत सरकार के कार्यकाल में 3 बड़े मामले सीबीआई जांच के लिए भेजे गए थे, उनकी भी जांच अब तक लंबित है.
यह भी पढ़ें. अलवर विमंदित बालिका प्रकरण : पुलिस ने जिस बस चालक को हिरासत में लिया, उसने क्या कहा...खुद सुनिए
मंत्री ने पूछा जांच में देरी क्यों?
मौजूदा प्रकरण पर चल रहे सियासी उबाल के बीच गहलोत सरकार में सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने प्रदेश भाजपा नेताओं से सवाल किया है कि केंद्रीय में भाजपा की सरकार है फिर सीबीआई की जांच में देरी क्यों हो रही है (Gehlot Minister questions BJP in Alwar Case). अंजना ने कहा कि राजस्थान की पुलिस बेहतर काम कर रही है. लेकिन हर मामले में सियासत करने की भाजपा नेताओं की आदत है. पूर्व में सीबीआई के पास जांच के लिए गए मामले अब तक लंबित है और मौजूदा मामले में जांच की मंजूरी तो अब तक केंद्र के स्तर पर मिल ही नहीं पाई है.
यह भी पढ़ें. Rape did not happen in Alwar : मेडिकल जांच रिपोर्ट के मुताबिक नहीं हुआ दुष्कर्म - पुलिस
आंजना ने कहा राजस्थान नेताओं को केंद्र सरकार पर इस मामले में दबाव बनाना चाहिए कि जो मामले जांच के लिए सीबीआई के पास गए उसमें जांच कर रिपोर्ट दें. ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके. वही इस मामले में प्रदेश भाजपा नेता यह बात स्वीकार करते हैं कि सीबीआई के पास काफी संख्या में मामले जाते हैं, ऐसे में जांच में कुछ देरी हो जाती है.
यह भी पढ़ें. अलवर विमंदित प्रकरण CBI को सौंपने की तैयारी लेकिन 'रेप' और 'एक्सीडेंट' की थ्योरी पर उठे कई सवाल
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया (Poonia on Alwar Case) ने कहा कि अलवर बालिका प्रकरण में होना तो यह चाहिए था कि राजस्थान की पुलिस तुरंत कार्रवाई करके दोषियों को सलाखों के पीछे डालती. लेकिन जिस प्रकार की कार्यशैली सरकार और पुलिस की रही उसके बाद स्वतः ही सीबीआई की जांच की मांग उठने लगी. पूनिया ने कहा प्रदेश की पुलिस को भी चाहिए कि वह इस मामले में सीबीआई का भी सहयोग करे और जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़ने का काम करे.
यह भी पढ़ें. Rape in Alwar :अलवर में मंदबुद्धि किशोरी से रेप कर पुल पर फेंका
प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि सीबीआई में पूर्व में जांच के लिए गए प्रकरण लंबित होना चिंता का विषय जरूर है. लेकिन सीबीआई जांच के बाद तमाम प्रकरणों में सच्चाई सामने आ पाएगी. राठौड़ ने कहा निश्चित तौर पर सही समय और मौके पर वह अपनी बात सक्षम स्तर पर रखेंगे. ताकि सीबीआई में लंबित पड़े मामलों का जल्द निस्तारण हो सके.