रामगढ़ (अलवर ). हनुमान चौराहा अलवर से नौगांवा बॉर्डर तक हो रहे हाईवे निर्माण को लेकर बीजवा गांव के ग्रामीणों ने निर्माता कंपनी एनकेजी इन्फ्राट्रक्चर, नई दिल्ली पर लापरवाही के आरोप लगाए है. ग्रामीणों का आरोप है कि हाईवे निर्माण के दौरान बरसाती पानी के पार होने के लिए बनाए जा पुलियों और नालों का निर्माण ठीक से नहीं किया है. बरसात के दौरान पुलियों के नीचे बने नालों से पानी नहीं निकलेगा.
ग्रामीणों ने बताया कि पुलिया निर्माण के दौरान बरसाती पानी के पार होने के लिए पुलियों के नीचे बनाए गए बॉक्स कल्वर्ट मिट्टी के सतह के नीचे दब गए है. जिसको लेकर ग्रामीणों का कहना है कि बरसात के समय बरसाती पानी सड़क के इस ओर से उस ओर पार नहीं होगा. जिस वजह से किसानों को समस्या का सामना करना पड़ सकता है. वहीं बरसाती पानी से नए बने सड़क को भी नुकसान हो सकता है.
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पूर्व ग्राम प्रधान हरमहेन्द्र सिंह ने बताया कि सड़क निर्माता कंपनी के इंजीनियरों को पुल निर्माण के दौरान ही बता दिया था कि पुलिया निर्माण तकनीकी रूप से सही नहीं है. इनके नीचे से बरसाती पानी नहीं निकल पाएगा. लेकिन, उनके बात को दरकिनार कर दिया गया. वहीं पूर्व ग्राम प्रधान का आरोप है कि पुलिया को ऊंचा उठाने पर सड़क का लेवल भी ऊंचा उठाना पड़ेगा. जिसमें कंपनी की लागत बढ़ जाएगी. लागत को बढ़ने से बचाने के लिए ही कंपनी के इंजीनियरों ने पुलिया निर्माण में बड़ी तकनीकी खामियां छोड़ दी है.
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वहीं सड़क निर्माता कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर ने ग्रामीणों की इस थ्योरी को पूरी तरह नकार दिया है. प्रोजेक्ट मैनेजर कहा कि वे प्लान से कार्य कर रहे हैं. सड़क निर्माण कंपनी अपने लेआउट प्लान से निर्माण कर रही है. ग्रामीणों को कुछ नहीं पता सड़क मार्ग लेवल को ऊंचा-नीचा नहीं किया जा सकता. वहीं रामगढ़ के सहायक अभियंता पीडब्ल्यूडी अधिकारी साकिर हुसैन ने बताया कि नेशनल हाईवे का निर्माण उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर है. इसे राज्य स्तर के अधिकारी देख रहे हैं. लेकिन, यदि बॉक्स कल्वर्ट को जमीन लेवल से नीचे दबाया जा रहा है तो यह गलत हैं.