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यूपी के हाथरस में हैवानियत के खिलाफ राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में प्रदर्शन

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Published : Oct 2, 2020, 1:14 PM IST

उत्तर प्रदेश के हाथरस में युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म और नृशंसता से हत्या के मामले को लेकर पूरे देश में गुस्सा है. इस कड़ी में शुक्रवार को राजगढ़ में कैंडल मार्च निकाला गया. वहीं पोकरण और धौलपुर में बाल्मीकि समाज के सफाई कर्मियों ने एक दिन का कार्य बहिष्कार किया.

हाथरस में दुष्कर्म मामला, Rape case in Hathras
राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में प्रदर्शन

राजगढ़ (अलवर). यूपी के हाथरस में गैंगरेप पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए शुक्रवार को अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ और अंबेडकर समिति के संयुक्त तत्वाधान में बाल्मीकि बस्ती से कैंडल मार्च निकाला गया. इस दौरान लोगों ने नारेबाजी करते हुए जमकर प्रदर्शन किया. साथ ही आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर फांसी की सजा दिए जाने की मांग भी की.

कैंडल मार्च बाल्मीकि बस्ती से शुरू होकर गोविंद देव जी बाजार, पुलिस थाना रोड, माचाड़ी चौक, चौपड़ बाजार, गोल सर्किल होते हुए मेले के चौराहे पर जाकर संपन्न हुआ. वहीं मार्च से पूर्व लोगों ने उपखंड अधिकारी केशव कुमार मीणा को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी सौंपा.

हाथरस में दुष्कर्म मामला, Rape case in Hathras
सफाई कर्मियों ने किया हड़ताल

पढ़ेंः अजमेरः दलित विवाहिता को बंधक बनाकर युवक ने किया दुष्कर्म

ज्ञापन में बताया कि 14 सितंबर को बाल्मीकि समाज की बेटी के साथ चार दरिंदों ने बलात्कार कर उसकी रीढ़ की हड्डी, हाथ, पैर और गर्दन को तोड़ दिया और उसकी जीभ काट दिया. जिससे उसके शरीर को मानसिक और शारीरिक आघात पहुंचा. इसलिए दलित वर्ग में इसको लेकर आक्रोश है.

उन्होंने आरोपियों की फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कर जल्द से जल्द फांसी की सजा देने की मांग की. ज्ञापन में यह भी बताया कि सरकार पीड़ित परिवार को सरकारी नौकरी और 5 करोड़ रुपए का मुआवजा दे. वहीं कांड में लिप्त पुलिसकर्मियों को भी सजा दिलवाने और नौकरी से बर्खास्त करने की मांग की.

हाथरस में दुष्कर्म मामला, Rape case in Hathras
डीडवाना में लोगों ने किया प्रदर्शन

बाल्मीकि समाज के सफाई कर्मियों ने एक दिन का कार्य किया बहिष्कार

उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक युवती के साथ बलात्कार और अमानवीय यातना देने से हुई मौत को लेकर जैसलमेर जिले के रामदरा क्षेत्र में भी विरोध के स्वर मुखर हुए हैं. इस कड़ी में बाल्मीकि समाज के सफाई कर्मियों ने एक दिन का कार्य बहिष्कार करते हुए अपना रोष जताया. इस दौरान उन्होंने सरकार से आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़कर उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने की मांग की.

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के हाथरस में पिछले दिनों कुछ लोगों द्वारा बाल्मीकि सामाज की बेटी के साथ क्रुरतन तरीके से उसके साथ अत्याचार करके गैंगरेप किया गया था. जिसके बाद से लगातार बाल्मीकि समाज इस घटना की घोर निंदा कर रहा है.

पढ़ेंः अजमेर: जॉब लगाने के नाम पर युवती से 42 हजार की ठगी

धौलपुर में सफाई कर्मचारियों ने कार्य का किया बहिष्कार

उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में दलित समाज की बेटी के साथ हुए गैंगरेप के बाद हुई मौत से आक्रोशित धौलपुर जिले के भी दलित समाज और हरिजन समाज में भारी आक्रोश देखा जा रहा है. नगर परिषद के सफाई कर्मचारियों ने शुक्रवार को सफाई कार्य का बहिष्कार कर हड़ताल कर दी. जिससे शहर में गंदगी का अंबार लग गया.

हाथरस में दुष्कर्म मामला, Rape case in Hathras
सफाई कर्मियों ने किया प्रदर्शन

नगर परिषद में अधिकांश सफाई कर्मचारी हरिजन और दलित समाज से हैं. जिसे लेकर गुरुवार को भी जिला मुख्यालय पर पुतला दहन कर प्रदर्शन किया गया था. सफाई कर्मचारी पीड़ित परिवार को एक करोड़ राशि के मुआवजे के साथ सरकारी नोकरी दिलाने की मांग कर रहे हैं.

गौरतलब है कि हाथरस जिले में दलित समाज की बेटी के साथ हुई बर्बरता का विरोध जिले में भी देखा जा रहा है. धौलपुर शहर की नगर परिषद के सफाई कर्मचारियों ने शुक्रवार को सफाई कार्य का बहिष्कार कर हड़ताल कर दी. सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष मोहन सिंह ने बताया उत्तर प्रदेश में दलित और हरिजन समाज के साथ लगातार अत्याचार हो रहे हैं.

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार आमजन को सुरक्षा देने में नाकाम साबित हो रही है. हरिजन समाज की बेटी के साथ किया गया घिनौना कृत्य बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. समाज के बहशी दरिंदों ने बेटी के साथ गैंगरेप किया. जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई. उसके बाद उत्तर प्रदेश शासन ने भी पीड़ित परिवार के साथ कोई कसर नहीं छोड़ी. बेटी का अंतिम संस्कार भी उत्तर प्रदेश सरकार ने पीड़ित परिवार के हाथों नहीं होने दिया. उत्तर प्रदेश पुलिस और प्रशासन ने रात्रि में ही बेटी को जला दिया. जिसका विरोध पूरे देश में देखा जा रहा है.

हाथरस की बेटी को न्याय दिलाने के लिए धौलपुर जिले का दलित समाज हरिजन समाज और सर्व समाज एक मंच पर है. जिले के सफाई कर्मचारियों ने शुक्रवार को सफाई काम का बहिष्कार कर हड़ताल कर दी. दलित समाज के लोगों ने कहा उत्तर प्रदेश शासन को पीड़ित परिवार को एक करोड़ की राशि का मुआवजा देना चाहिए. उसके अलावा पीड़ित परिवार को सरकारी नौकरी के साथ सुरक्षा भी देनी चाहिए. दोषियों को जल्दी से जल्दी फांसी की सजा होनी चाहिए.

पढ़ेंः हाथरस मामले को लेकर सड़क पर उतरी राजस्थान कांग्रेस

दलित समाज और सफाई कर्मचारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार ने गंभीर होकर ध्यान नहीं दिया, तो दलित और हरिजन समाज सड़कों पर उतर कर आंदोलन करने के लिए मजबूर होगा.

डीडवाना में लोगों ने किया प्रदर्शन

उत्तर प्रदेश के हाथरस में युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म और नृशंसता से हत्या के विरोध में भीम सेना और वाल्मीकि सेना के बैनर तले विरोध जताया गया. नागौर जिले के डीडवाना में लोगों ने प्रदर्शन किया और एसडीएम के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया. इसमें ऐसे अमानवीय कृत्य करने वाले दरिंदों को सख्त सजा दिलवाने की मांग की गई है.

भीम सेना और वाल्मीकि सेना के बैनर तले मेघवाल छात्रावास में इकट्ठा हुए लोगों ने प्रदर्शन का हाथरस की घटना पर विरोध जताया. उन्होंने नारेबाजी कर हाथरस में सामूहिक दुष्कर्म और हत्या की वारदात में शामिल आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा दिलवाने की भी मांग रखी. उन्होंने राष्ट्रपति के नाम दिए ज्ञापन में लिखा है कि इस घटना से लोगों में बहुत आक्रोश है.

इस मामले की फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई करने, पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने, पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता मुहैया करवाने के साथ ही इस घटना के बाद लापरवाही बरतने वाले जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को तुरंत बर्खास्त करने की भी मांग रखी है. साथ ही चेतावनी भी दी कि उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया तो आंदोलन तेज किया जाएगा.

पढ़ेंः राहुल और प्रियंका गांधी राजस्थान भी आएं, यहां भी देश की बेटियों के साथ वारदातें हुईं हैं: भाजपा

बता दें कि 14 सितंबर को युवती के साथ बर्बरता की यह घटना हुई थी. जिसमें चार दरिंदों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और अमानवीयता की थी. अस्पताल में उपचार के दौरान पीड़िता ने दम तोड़ दिया. बताया जा रहा है कि इसके बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने जबरन पीड़िता के शव का अंतिम संस्कार भी देर रात को करवा दिया.

राजगढ़ (अलवर). यूपी के हाथरस में गैंगरेप पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए शुक्रवार को अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ और अंबेडकर समिति के संयुक्त तत्वाधान में बाल्मीकि बस्ती से कैंडल मार्च निकाला गया. इस दौरान लोगों ने नारेबाजी करते हुए जमकर प्रदर्शन किया. साथ ही आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर फांसी की सजा दिए जाने की मांग भी की.

कैंडल मार्च बाल्मीकि बस्ती से शुरू होकर गोविंद देव जी बाजार, पुलिस थाना रोड, माचाड़ी चौक, चौपड़ बाजार, गोल सर्किल होते हुए मेले के चौराहे पर जाकर संपन्न हुआ. वहीं मार्च से पूर्व लोगों ने उपखंड अधिकारी केशव कुमार मीणा को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी सौंपा.

हाथरस में दुष्कर्म मामला, Rape case in Hathras
सफाई कर्मियों ने किया हड़ताल

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ज्ञापन में बताया कि 14 सितंबर को बाल्मीकि समाज की बेटी के साथ चार दरिंदों ने बलात्कार कर उसकी रीढ़ की हड्डी, हाथ, पैर और गर्दन को तोड़ दिया और उसकी जीभ काट दिया. जिससे उसके शरीर को मानसिक और शारीरिक आघात पहुंचा. इसलिए दलित वर्ग में इसको लेकर आक्रोश है.

उन्होंने आरोपियों की फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कर जल्द से जल्द फांसी की सजा देने की मांग की. ज्ञापन में यह भी बताया कि सरकार पीड़ित परिवार को सरकारी नौकरी और 5 करोड़ रुपए का मुआवजा दे. वहीं कांड में लिप्त पुलिसकर्मियों को भी सजा दिलवाने और नौकरी से बर्खास्त करने की मांग की.

हाथरस में दुष्कर्म मामला, Rape case in Hathras
डीडवाना में लोगों ने किया प्रदर्शन

बाल्मीकि समाज के सफाई कर्मियों ने एक दिन का कार्य किया बहिष्कार

उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक युवती के साथ बलात्कार और अमानवीय यातना देने से हुई मौत को लेकर जैसलमेर जिले के रामदरा क्षेत्र में भी विरोध के स्वर मुखर हुए हैं. इस कड़ी में बाल्मीकि समाज के सफाई कर्मियों ने एक दिन का कार्य बहिष्कार करते हुए अपना रोष जताया. इस दौरान उन्होंने सरकार से आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़कर उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने की मांग की.

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के हाथरस में पिछले दिनों कुछ लोगों द्वारा बाल्मीकि सामाज की बेटी के साथ क्रुरतन तरीके से उसके साथ अत्याचार करके गैंगरेप किया गया था. जिसके बाद से लगातार बाल्मीकि समाज इस घटना की घोर निंदा कर रहा है.

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धौलपुर में सफाई कर्मचारियों ने कार्य का किया बहिष्कार

उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में दलित समाज की बेटी के साथ हुए गैंगरेप के बाद हुई मौत से आक्रोशित धौलपुर जिले के भी दलित समाज और हरिजन समाज में भारी आक्रोश देखा जा रहा है. नगर परिषद के सफाई कर्मचारियों ने शुक्रवार को सफाई कार्य का बहिष्कार कर हड़ताल कर दी. जिससे शहर में गंदगी का अंबार लग गया.

हाथरस में दुष्कर्म मामला, Rape case in Hathras
सफाई कर्मियों ने किया प्रदर्शन

नगर परिषद में अधिकांश सफाई कर्मचारी हरिजन और दलित समाज से हैं. जिसे लेकर गुरुवार को भी जिला मुख्यालय पर पुतला दहन कर प्रदर्शन किया गया था. सफाई कर्मचारी पीड़ित परिवार को एक करोड़ राशि के मुआवजे के साथ सरकारी नोकरी दिलाने की मांग कर रहे हैं.

गौरतलब है कि हाथरस जिले में दलित समाज की बेटी के साथ हुई बर्बरता का विरोध जिले में भी देखा जा रहा है. धौलपुर शहर की नगर परिषद के सफाई कर्मचारियों ने शुक्रवार को सफाई कार्य का बहिष्कार कर हड़ताल कर दी. सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष मोहन सिंह ने बताया उत्तर प्रदेश में दलित और हरिजन समाज के साथ लगातार अत्याचार हो रहे हैं.

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार आमजन को सुरक्षा देने में नाकाम साबित हो रही है. हरिजन समाज की बेटी के साथ किया गया घिनौना कृत्य बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. समाज के बहशी दरिंदों ने बेटी के साथ गैंगरेप किया. जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई. उसके बाद उत्तर प्रदेश शासन ने भी पीड़ित परिवार के साथ कोई कसर नहीं छोड़ी. बेटी का अंतिम संस्कार भी उत्तर प्रदेश सरकार ने पीड़ित परिवार के हाथों नहीं होने दिया. उत्तर प्रदेश पुलिस और प्रशासन ने रात्रि में ही बेटी को जला दिया. जिसका विरोध पूरे देश में देखा जा रहा है.

हाथरस की बेटी को न्याय दिलाने के लिए धौलपुर जिले का दलित समाज हरिजन समाज और सर्व समाज एक मंच पर है. जिले के सफाई कर्मचारियों ने शुक्रवार को सफाई काम का बहिष्कार कर हड़ताल कर दी. दलित समाज के लोगों ने कहा उत्तर प्रदेश शासन को पीड़ित परिवार को एक करोड़ की राशि का मुआवजा देना चाहिए. उसके अलावा पीड़ित परिवार को सरकारी नौकरी के साथ सुरक्षा भी देनी चाहिए. दोषियों को जल्दी से जल्दी फांसी की सजा होनी चाहिए.

पढ़ेंः हाथरस मामले को लेकर सड़क पर उतरी राजस्थान कांग्रेस

दलित समाज और सफाई कर्मचारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार ने गंभीर होकर ध्यान नहीं दिया, तो दलित और हरिजन समाज सड़कों पर उतर कर आंदोलन करने के लिए मजबूर होगा.

डीडवाना में लोगों ने किया प्रदर्शन

उत्तर प्रदेश के हाथरस में युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म और नृशंसता से हत्या के विरोध में भीम सेना और वाल्मीकि सेना के बैनर तले विरोध जताया गया. नागौर जिले के डीडवाना में लोगों ने प्रदर्शन किया और एसडीएम के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया. इसमें ऐसे अमानवीय कृत्य करने वाले दरिंदों को सख्त सजा दिलवाने की मांग की गई है.

भीम सेना और वाल्मीकि सेना के बैनर तले मेघवाल छात्रावास में इकट्ठा हुए लोगों ने प्रदर्शन का हाथरस की घटना पर विरोध जताया. उन्होंने नारेबाजी कर हाथरस में सामूहिक दुष्कर्म और हत्या की वारदात में शामिल आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा दिलवाने की भी मांग रखी. उन्होंने राष्ट्रपति के नाम दिए ज्ञापन में लिखा है कि इस घटना से लोगों में बहुत आक्रोश है.

इस मामले की फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई करने, पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने, पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता मुहैया करवाने के साथ ही इस घटना के बाद लापरवाही बरतने वाले जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को तुरंत बर्खास्त करने की भी मांग रखी है. साथ ही चेतावनी भी दी कि उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया तो आंदोलन तेज किया जाएगा.

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बता दें कि 14 सितंबर को युवती के साथ बर्बरता की यह घटना हुई थी. जिसमें चार दरिंदों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और अमानवीयता की थी. अस्पताल में उपचार के दौरान पीड़िता ने दम तोड़ दिया. बताया जा रहा है कि इसके बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने जबरन पीड़िता के शव का अंतिम संस्कार भी देर रात को करवा दिया.

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