भिवाड़ी (अलवर). देश में चल रहे कोरोना के बढ़ते संक्रमण से लॉकडाउन-2 किया गया था, जिसमें कुछ जरूरी शर्तों के साथ उद्योग इकाईयों को चलाने की छूट दी गई है. इसी क्रम में अलवर के भिवाड़ी में इसकी सूचना के बाद घरों में खाली बैठे श्रमिक उद्योगों की तरफ दौड़ने लगे हैं.
इसी बीच श्रमिकों को हरियाणा से राजस्थान में और राजस्थान से हरियाणा में प्रवेश करने को लेकर प्रशासनिक नियमों का सामना करना पड़ रहा है. जबकि हरियाणा की सीमा पर की गई बैरिकेडिंग और हरियाणा बॉर्डर को सील किए जाने के बाद इन श्रमिकों के साथ पुलिस को भी खासी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. क्योंकि, हरियाणा का कुछ हिस्सा भिवाड़ी से इस कदर लगा हुआ है कि पता ही नहीं चलता कि कहां पर हरियाणा है और कहां पर राजस्थान, यह मालूम ही नहीं चलता.
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वहीं, कोरोना महामारी के चलते हरियाणा से आने वाले सभी मार्ग पूरी तरह से सील किए गए हैं, जिस से उद्योगों में जाने वाले श्रमिकों को बड़ी ही समस्या का सामना करना पड़ रहा है. ऐसी स्थिति में सुबह और शाम स्थानीय श्रमिक और पुलिस जाब्ता आमने-सामने होते रहते हैं, जिससे न सिर्फ सोशल डिस्टेंसिंग टूट रहा है. बल्कि कोरोना के कारण बैरिकेडिंग और सीमा सील होने के चलते पूरा सिस्टम भी गड़बड़ आता हुआ नजर आ रहा है.
ऐसी स्थिति में अब एक नई समस्या यह सामने आ खड़ी हुई है कि आखिर श्रमिक किस स्थिति में उद्योगों तक पहुंचे और उद्योग किस प्रकार पटरी पर लौटे. साथ ही कुछ अन्य कर्मचारियों को भी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में लॉकडाउन में मिली छूट किस प्रकार से लोगों के काम आ सकती है. इस मामले को लेकर ड्यूटी पर तैनात राजस्थान पुलिस के हेड कांस्टेबल ने बताया कि उन्हें यह सख्त आदेश है कि सिर्फ राजस्थान में रहने वाले श्रमिकों को ही आने की छूट है, अन्य किसी को नहीं.