अलवर. बहरोड़ के पपला गुर्जर मामले में अब राजनीति गरमाने लगी है. एक दूसरे पर आरोपों का सिलसिला जारी हो गया है. खुद को बेहतर साबित करने और दूसरे को नीचा दिखाने में पूर्व मंत्री जसवंत यादव और बहरोड़ विधायक बलजीत यादव के बीच जुबानी जंग छिड़ चुकी है.
बहरोड़ थाने में हमला कर ताबड़तोड़ फायरिंग और हरियाणा के मोस्ट वांटेड बदमाश पपला गुर्जर को भगा ले जाने के मामले में अलवर पुलिस अब तक खाली हाथ है. ऐसे में देश भर में राजस्थान पुलिस की बदनामी हो रही है. इन सबके बीच अलवर में राजनीति भी गरमाने लगी है. एक दूसरे पर आरोपों का दौर शुरू हो चुका है. पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. जसवंत यादव और विधायक बलजीत यादव के बीच जुबानी जंग छिड़ चुकी है.
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डॉ. जसवंत यादव ने कहा कि बहरोड़ विधायक बलजीत यादव इन सब के जिम्मेदार हैं और बहरोड़ में बदमाशों को पनपने दे रहे हैं. राजनीतिक लाभ लेने के लिए वह युवाओं को भटका रहे हैं. जिसका बुरा अंजाम देखने को मिल रहा है. बहरोड़ में पार्षद त्रिलोक नगर और परिषद उपाध्यक्ष राकेश शर्मा और बसपा नेता जसराम गुर्जर की हत्या के आरोपी विधायक के साथी हैं. चुनाव जीतने के बाद बलजीत यादव में अहंकार आ चुका है. वहीं बलजीत यादव ने जसवंत यादव पर चरित्रहीन भ्रष्ट और झूठ बोलने का आरोप भी लगाया है. उन्होंने कहा कि दूध माफिया से अलवर सरस डेयरी के अध्यक्ष बने राम मीणा के बर्खास्त होने के बाद जसवंत यादव के हित बंद हो चुके है, जिसके बाद वो बौखला गए हैं.
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बलजीत यादव यहीं नहीं रूके उन्होंने जसवंत यादव पर कई अन्य गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान बहरोड़ में कई बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं. लेकिन आज तक वो मीडिया के सामने नहीं आए. पहली बार अपनी बौखलाहट के चलते वो मीडिया के सामने आए हैं. शुरू हुई जुबानी जंग रुकने का नाम नहीं ले रही है. ऐसे में लगातार पुलिस पर बदमाशों को जल्द से जल्द पकड़ने का दबाव बढ़ रहा है. हालांकि अभी तक पुलिस को मुख्य आरोपी पपला गुर्जर के बारे में कोई अहम सुराग नहीं मिला है.