बानसूर (अलवर). बानसूर दौरे पर आ रहे पथिक सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुखिया गुर्जर और उनके बेटे कुलविंदर गुर्जर को पुलिस प्रशासन ने राजस्थान बॉर्डर पर ही रोकने की कोशिश की. आनन-फानन में पुलिस प्रशासन ने करीब 7 थानों का पुलिस जाप्ता बानसूर के मुख्य मार्गों पर तौनात कर दिया. लेकिन मुखिया गुर्जर पुलिस को चकमा देकर बानसूर के कई गांवों का दौरा कर वापस अपने घर यूपी निकल गए.
पथिक सेना प्रदेश अध्यक्ष मेजर जगदीश सूद ने बताया कि मुखिया गुर्जर बानसूर में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर कार्यकर्ताओं के साथ श्रद्धांजलि सभा में भाग लेने और मास्क और सैनिटाइजर देने आ रहे थे. उनके साथ उनके बेटे और यूपी के मेरठ से प्रमुख कुलविंदर गुर्जर भी थे. इसी दौरान बानसूर से विधायक शकुंतला रावत ने पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर बॉर्डर पर ही रोकने की कोशिश की और 11 बजे से लेकर करीब 3 बजे तक उन्हें वहीं रोके रखा. इस संबंध में ईटीवी भारत ने जब पुलिस अधिकारियों से बात करने की कोशिश की तो, पुलिस के तमाम अधिकारी दूरी बनाते हुए नजर आए.
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बता दें कि मुखिया गुर्जर ने कई दिनों पहले सोशल मिडिया के माध्यम से बानसूर आने का वादा किया था. बीते कुछ समय से बानसूर में जिस प्रकार की कानून व्यवस्था चल रही है और जिस तरह से अपराध बढ़ रहे हैं, उसी को लेकर मुखिया गुर्जर ने फेसबुक पर लाइव आते हुए राज्य सरकार और बानसूर विधायक पर कई आरोप लगाए थे. दरअसल, मुखिया गुर्जर ने 2008 में बानसूर विधानसभा से बसपा के टिकट पर चुनाव भी लड़ा था, लेकिन वो हार गए थे.