बानसूर (अलवर). कस्बे के गांव महनपुर में 10 दिन पूर्व मिले बालक के कंकाल (mystery of child skeleton in Bansur) के मामले को लेकर बानसूर डीवाईएसपी मृत्युंजय शर्मा के नेतृत्व में पुलिस प्रशासन तथा क्यूआरटी के जवानों के साथ मौके पर पहुंचे. पुलिस ने 13 वर्षीय बच्चे की एक डमी तैयार करके सीन रिक्रिएशन (Police did scene recreations in child skeleton) किया. इस दौरान दो ग्रामीणों को डमी को लेकर पहाड़ तक जाने के लिए कहा गया. लेकिन दोनों व्यक्ति उस डमी को पकड़कर भी 50 मीटर भी नहीं जा पाए.
बानसूर डीवाईएसपी मृत्युंजय शर्मा का कहना है कि बच्चे को खड़ी पहाड़ी पर मार करके ले जाना असंभव है. पुलिस मामले की तफ्तीश कर रही है. इसी दौरान बानसूर उपखंड अधिकारी राकेश मीणा पुलिस के जवानों के साथ पहाडी पर चढ़े और घटनास्थल की जानकारी ली. उपखंड अधिकारी का भी यही कहना है कि बच्चे को मार कर ले जाना असंभव है. इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण भी मौजूद रहे. ग्रामीण पुलिस प्रशासन की ओर से किए गए सीन रिक्रिएशन से संतुष्ट नजर नहीं आए.
ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े रहे. पूर्व उद्योग मंत्री शकुंतला रावत ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया था कि अगर 10 दिन में मामले का खुलासा नहीं होता है तो बानसूर थाने के सभी अधिकारी तथा कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया जाएगा.
यह था मामलाः बता दें कि 5 महीने पहले गांव से एक गिर्राज नाम का 13 वर्षीय बालक घर से लापता हो गया था. 4 माह बाद गांव की एक पहाड़ी के ऊपर बच्चे का कंकाल मिला था. जिसको लेकर ग्रामीणों ने आक्रोश जताया था. पुलिस प्रशासन को मामले का खुलासा करने के लिए 10 दिन का अल्टीमेटम दिया था. लेकिन 10 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं.शक की बुनियाद पर कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. लेकिन अभी तक कोई खुलासा नहीं हो सका है.