मुण्डावर (अलवर). कस्बे सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में शनिवार देर शाम आसमान में काली घटा और अंधड़ के साथ बरसात का दौर शुरू हो गया. वहीं बरसात के साथ बेर के आकार के रुक-रुककर ओले भी गिरे. शनिवार शाम करीब 7 से साढ़े सात बजे तक रुक-रुककर ओलावृष्टि हुई. जिससे किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीरे खिंच गई.
किसानों ने बताया कि इस समय सरसों की फसल पकाव पर है. ऐसे में ओलावृष्टि से सर्वाधिक नुकसान सरसों की फसल को है. शुक्रवार देर रात तक आसमान में गर्जन के साथ रुक-रुककर बरसात का दौर जारी रहा. मौसम के पलटवार ने किसानों को चिंता में डाल दिया है.
पिछले करीब पांच दिनों से तापमान में काफी बढ़ोत्तरी होने से गर्मी का एहसास होने लगा था. ऐसे में एकाएक मौसम परिर्वतन के साथ शनिवार को दिन के समय ही तेज हवा के साथ आसमान में बादल छाए रहे. वहीं गेहूं, जौ और चना की पिछेती फसलों में पानी मिलने से लाभ हो सकता है.
अंधेरे में हुई ओलावृष्टि से पक्षी बने काल का ग्रास
शुक्रवार देर शाम हुई ओलावृष्टि से पेड़ों पर अपने आशियाने में बैठे पक्षी काफी संख्या में काल का ग्रास बन गए. कुछ पक्षी घायल होकर जमीन पर गिर गए. इतना ही नहीं आवारा पशुओं को भी इस आपदा का सामना करना पड़ा. बरसात के बाद मौसम में काफी परिर्वतन होने से सर्दी का प्रकोप बढ़ गया.
वहीं इस आपदा को देखते हुए विधायक मंजीत चौधरी ने दूरभाष पर कृषी मंत्री, जिला कलेक्टर, उपखंड अधिकारी मुण्डावर से क्षेत्र में ओलावृष्टि से हुए किसानों के नुकसान के बारे में बात की और किसानों को ओलावृष्टि से हुए नुकसान का शीघ्र सर्वे करवाकर, मुआवजा दिलाने के लिए कहा. जिस पर कृषि मंत्री ने शीघ्र सर्वे करवाकर किसानों को उचित मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया. वहीं जिला कलेक्टर ने विधायक से रविवार को सर्वे करवाने की बात कही है.