अलवर. अलवर सहित पूरे प्रदेश में कांग्रेस सरकार ने शहरी रोजगार गारंटी योजना को लागू करते हुए बड़े-बड़े दावे किए. श्रमिकों को नरेगा की तरह शहरी क्षेत्र में रोजगार देने सहित कई बड़े-बड़े बातें की गईं. लेकिन अलवर में सरकार के दावे झूठे साबित हुए हैं. गारंटी योजना में लगी महिलाओं को वेतन नहीं मिल रहा है. परेशान महिलाओं ने जमकर हंगामा किया व अधिकारियों के सामने अपनी मांग रखी.
इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना के तहत शहर में साफ-सफाई का कार्य करने वाली महिलाओं ने मंगलवार को नगर परिषद में हंगामा किया व जमकर प्रदर्शन किया. महिलाओं ने कहा कि दो महीनों से उनको वेतन नहीं मिला है. पेड़ों की कटाई, डिवाइडर का पेंट, सड़कों की सफाई व पेड़ लगाना सहित विभिन्न तरह के कार्य उन से करवाए जाते हैं. सुबह के समय उनको घर पर काम रहता है. महिलाओं ने कहा कि सुबह काम का टाइम बढ़ाया जाए और काम करने के बाबजूद भी उनको समय पर पैसा नहीं मिल पा रहा है. इसलिए उनको उनके काम का पैसा समय पर मिलना चाहिए.
इस मामले को लेकर महिलाएं कार्यवाहक कमिश्नर दीपक कुमार शर्मा से मिलीं और उनको समस्या से अवगत कराया. इस पर दीपक शर्मा ने कहा कि किसी भी महिला का पैसा नहीं रुकेगा और उनको काम का पैसा मिलेगा. लेकिन समय जरूर लग जाता है. महिलाओं ने इसके अलावा भी कई गंभीर आरोप लगाए. ऐसे में सरकार की योजना पर सवाल उठने लगे हैं. सरकार ने बड़े-बड़े दावे किए थे लेकिन अलवर में श्रमिक परेशान हो रहे हैं. श्रमिकों को काम नहीं मिल रहा और जिन श्रमिकों को काम मिला है, उनको समय पर पैसे नहीं मिल रहे हैं.