बहरोड़ (अलवर). 6 सितम्बर को बहरोड़ हवालात में बंद बदमाश विक्रम उर्फ पपला को फरार करने के मामले में बहरोड़ पुलिस ने कोर्ट में 23 बदमाशों के खिलाफ 1600 पन्नों की चार्जशीट पेश की. कोर्ट में पेश चार्जशीट में बताया गया कि बहरोड़ हवालात से भागने के बाद विक्रम उर्फ पपला 24 घंटे तक अलवर जिले में ही रहा.
वह भिवाड़ी, खुशखेड़ा और फिर बाबा मोहनराम के मंदिर दर्शन किये. राबड़का में शराब ठेके पर रुककर शराब खरीदा. उसके बाद हरियाणा बावल के जड़थल गांव में रात को रुककर 7 सितम्बर की सुबह आराम से दिल्ली के घिटोरनी में हथियारों सहित पहुंचा और उसके बाद आज तक पपला का पुलिस पता नहीं लगा पाई है.
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चार्जशीट में बताया गया कि पपला खुशखेड़ा के बदमाश जीतू गुर्जर उसे कार से कोटकासिम के जलालपुर माजरी पहुंचा और जहां से वो हथियारों सहित गाड़ी में बैठकर आगे रवाना हो गए थे. लेकिन, उस दौरान उन्होंने ने सभी के मोबाइल फोन बंद कर दिए थे. 24 घंटे अलवर में बिताने के दौरान पपला के पास बिना नम्बर की काले सीसे वाली गाड़ी थी. लेकिन पुलिस ने कही भी उनको नहीं रोका. जबकि पूरे जिले भर में नाकेबंदी कर रखी थी, मामले को गंभीर देखते हुए विशिष्ठ लोक अभियोजक नियुक्त किया.
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चार्जशीट में बताया गया कि बहरोड़ हवालात से भागने के बाद विक्रम उर्फ पपला 24 घंटे तक अलवर जिले में ही रहा. वह भिवाड़ी, खुशखेड़ा और फिर बाबा मोहनराम के मंदिर दर्शन किये. राबड़का में शराब ठेके पर रुककर शराब खरीदा उसके बाद हरियाणा बावल के जड़थल गांव में रात को रुककर 7 सितम्बर की सुबह आराम से दिल्ली के घिटोरनी में हथियारों सहित पहुंचा. उसके बाद आज तक पपला का पुलिस पता नहीं लगा पाई है. चार्जशीट में बताया गया कि पपला खुशखेड़ा के बदमाश जीतू गुर्जर उसे कार से कोटकासिम के जलालपुर माजरी पहुंचा और जहां से वो हथियारों सहित गाड़ी में बैठकर आगे रवाना हो गया था.