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बानसूर तहसील कार्यालय में ऑनलाइन प्रक्रिया चालू, काश्तकारों को मिलेगी बेहतर सुविधा - काश्तकारों को मिलेगी बेहतर सुविधा

अलवर के बानसूर में शुक्रवार को तहसील कार्यालय में ऑनलाइन कार्य का शुभारंभ हुआ. इस मौके पर एसडीएम राकेश मीणा ने तहसील ऑनलाइन कक्ष का फीता काटकर उद्घाटन किया.

बानसूर तहसील कार्यालय हुआ ऑनलाइन, Bansur tehsil office been online
तहसील कार्यालय में ऑनलाइन कार्य का शुभारंभ
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Published : Aug 14, 2020, 5:19 PM IST

बानसूर (अलवर). क्षेत्र के तहसील कार्यालय में शुक्रवार को तहसीलदार जगदीश बैरवा के नेतृत्व में ऑनलाइन कार्य का शुभारंभ हुआ. जिसके मुख्य अतिथि उपखंड अधिकारी राकेश मीणा रहे. इस मौके पर एसडीएम ने तहसील ऑनलाइन कक्ष का फीता काटकर उद्घाटन किया. इस दौरान तहसीलदार जगदीश बैरवा ने बताया कि बानसूर तहसील ऑनलाइन होने के बाद काश्तकारों को तहसील के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे. अब काश्तकार अपने कार्य ऑनलाइन करवा सकेंगे.

वहीं उन्होंने बताया कि जब तक बानसूर तहसील ऑनलाइन नहीं था, तब तक काश्तकारों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था, लेकिन 2013 में डिजिटल इंडिया के तहत जिले की भूमि खातेदारों का सारा कार्य ऑनलाइन करने की घोषणा की गई थी. इसी के तहत 10 माह बाद बानसूर तहसील को ऑफलाइन से ऑनलाइन किया गया.

ऐसे में काश्तकारों को अब अपनी राजस्व भूमि का रिकॉर्ड जैसे जमाबंदी, खसरा नंबर, खेतों की रास्ते की दूरी, आधार लिंक, राजस्व अधिकार की सूचना अत्याधिक ऑनलाइन प्राप्त कर सकेंगे.

पढ़ेंः अलवर: छत से गिरा शख्स, इलाज के दौरान मौत

बता दें कि तहसील होने से काश्तकारों के समय और धन की बचत होगी. ई-साइन, जमाबंदी की नकल, नक्शे आनलाइन प्राप्त किए जा सकेंगे. नामान्तरकरण भी अब आनलाइन दर्ज होगे. जिससे पर्यवेक्षण (मॉनिटरिंग) आसान और सहज रूप से हो सकेगा.

बानसूर (अलवर). क्षेत्र के तहसील कार्यालय में शुक्रवार को तहसीलदार जगदीश बैरवा के नेतृत्व में ऑनलाइन कार्य का शुभारंभ हुआ. जिसके मुख्य अतिथि उपखंड अधिकारी राकेश मीणा रहे. इस मौके पर एसडीएम ने तहसील ऑनलाइन कक्ष का फीता काटकर उद्घाटन किया. इस दौरान तहसीलदार जगदीश बैरवा ने बताया कि बानसूर तहसील ऑनलाइन होने के बाद काश्तकारों को तहसील के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे. अब काश्तकार अपने कार्य ऑनलाइन करवा सकेंगे.

वहीं उन्होंने बताया कि जब तक बानसूर तहसील ऑनलाइन नहीं था, तब तक काश्तकारों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था, लेकिन 2013 में डिजिटल इंडिया के तहत जिले की भूमि खातेदारों का सारा कार्य ऑनलाइन करने की घोषणा की गई थी. इसी के तहत 10 माह बाद बानसूर तहसील को ऑफलाइन से ऑनलाइन किया गया.

ऐसे में काश्तकारों को अब अपनी राजस्व भूमि का रिकॉर्ड जैसे जमाबंदी, खसरा नंबर, खेतों की रास्ते की दूरी, आधार लिंक, राजस्व अधिकार की सूचना अत्याधिक ऑनलाइन प्राप्त कर सकेंगे.

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बता दें कि तहसील होने से काश्तकारों के समय और धन की बचत होगी. ई-साइन, जमाबंदी की नकल, नक्शे आनलाइन प्राप्त किए जा सकेंगे. नामान्तरकरण भी अब आनलाइन दर्ज होगे. जिससे पर्यवेक्षण (मॉनिटरिंग) आसान और सहज रूप से हो सकेगा.

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