भिवाड़ी (अलवर). चोपानकी थाना अंतर्गत पिछले साल गैंगरेप के बाद गर्भवती हुई 14 वर्षीय नाबालिग लड़की ने एक बच्ची को जन्म दिया था. इसके 3 दिन बाद नवजात की मौत हो गई थी, जिसका शव को कब्र से बाहर निकाला गया है. कब्र से बाहर निकालकर भिवाड़ी डॉक्टर टीम और एफएसएल के द्वारा डीएनए के लिए सैम्पल लिए गए हैं.
दरसल मार्च 2020 में 4 लोगों ने एक 14 साल की नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया था. जब नाबालिग गर्भवती हो गई, तो आरोपियों ने उसका गर्भपात करवाने के लिए दवाई दी, लेकिन नाबालिग ने एक बालिका शिशु को जन्म दिया. आरोपियों ने नवजात बालिका को चोपानकी इलाके के जंगल में फेक दिया था. वहीं उसी इलाके के एक व्यक्ति को जब वो शिशु मिला तो उसने उसे पालने के लिए उसका पोषण किया. तीन दिन बाद जब शिशु की मौत हुई, तो उसे कब्र में दफना दिया गया था.
यह भी पढ़ें- बाड़मेर में ममता शर्मसार: कंटीली झाड़ियों में मिली नवजात, रोने की आवाज सुन लोगों ने दी पुलिस को सूचना
इस प्रकरण को लेकर गिरफ्तार आरोपियों से शिशु का डीएनए के लिए भिवाड़ी एसपी ने जिला कलेक्टर के पत्र लिखा है. इसपर आज तिजारा एसडीएम खेमाराम की मौजूदगी में बच्चे को बाहर निकाला गया है, जहां डॉक्टर टीम ने डीएनए के लिए सैम्पल लिए हैं.