अलवर. जिले में 2 एसपी तैनात होने के बाद भी क्राइम का ग्राफ थमने का नाम नहीं ले रहा हैं. जिले के ज्यादातर संवेदनशील और सीमावर्ती इलाके भिवाड़ी में आते हैं. अलवर में अपराधी अवैध हथियारों के बल पर हत्या, लूट, डकैती, अपहरण, अवैध खनन और गौ तस्करी जैसी घटनाओं को अंजाम देते हैं. पुलिस के पीछा करने पर बदमाश गोली चलाने से भी नहीं चूकते हैं.
अपराधियों से मुकाबला करने के लिए अलवर व भिवाड़ी में नई पुलिस फायरिंग रेंज बनाई जाएगी. भिवाड़ी में दो व अलवर में एक फायरिंग रेंज बनेगी. इसमें एक सिम्युलेटर फायरिंग है तो वहीं दूसरी सामान्य फायरिंग रेंज होगी. इन फायरिंग रेंज में पुलिस कर्मियों को नियमित रूप से राइफल, पिस्टल, इंसास, एके-47, कार्बाइन, एलएमजी एमपी जैसे आधुनिक हथियारों को चलाने की ट्रेनिंग दी जाएगी.
हाल ही में 6 सितंबर को हरियाणा के बदमाशों ने बहरोड में थाने पर हमला करते हुए एके-47 जैसे आधुनिक हथियार से ताबड़तोड़ फायरिंग की औक हरियाणा के मोस्ट वांटेड बदमाश विक्रम और पपला गुर्जर को छुड़वा कर ले गए. इसके अलावा भी भिवाड़ी अलवर में कई घटनाएं हो चुकी है.
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साल 2013 में तिजारा के पालपुर की अरशद गैंग ने तिजारा कोर्ट परिसर के बाहर ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए अरशद सहित चार बदमाशों को पुलिस के कब्जे से छुड़वा लिया था. आए दिन होने वाली घटनाओं को देखते हुए सरकार ने भिवाड़ी अलवर में नई आधुनिक फायरिंग रेंज खोलने का फैसला लिया है.
अलवर पुलिस अधीक्षक पारिस देशमुख ने बताया कि भिवाड़ी में दो व अलवर में एक नई फायरिंग रेंज बनाई जाएगी. अलवर में एक रेंज पहले से है. जबकि नई फायरिंग रेंज के लिए जगह चिन्हित कर ली गई है तो वहीं भिवाड़ी में भी जगह चिन्हित करने का काम चल रहा है. दरअसल, आए दिन होने वाली घटनाओं में देखने को मिला था कि पुलिसकर्मी बदमाशों को हमले का जवाब नहीं दे पा रहे थे. इसलिए सरकार की तरफ से यह फैसला लिया गया है.