राजगढ़ (अलवर). कस्बे के राजकीय महाविद्यालय राजगढ़ में राष्ट्रीय सेवा योजना की चारों इकाइयों के संयुक्त तत्वावधान में सात दिवसीय विशेष शिविर का उद्घाटन किया गया. कार्यक्रम के मुख्य वक्ता और मुख्य अतिथि समाजवादी चिंतक, इतिहास विज्ञ हरिशंकर गोयल मौजूद रहे.
ऐसे में हरिशंकर गोयल ने कहा कि हमें ज्ञानी- विज्ञानी सुज्ञानी बनना है. ज्ञान हमें चार प्रकार से मिलता है. शिक्षा अध्ययन, पर्यटन, अपने बुजुर्गों के अनुभव और स्वयं के अनुभव से. एक ज्ञानी और विज्ञानी आदमी को सुज्ञानी अर्थात लोक कल्याणकारी होना चाहिए. आधुनिक शिक्षा में लिखित परीक्षा के साथ साक्षात्कार भी होता है. जिसमें हमारे जिले के बारे में पूछा जाता है.
उन्होंने अलवर में 118 पर्यटन स्थलों की जानकारी देते हुए नीलकंठ, काकवाड़ी, अजबगढ़ भानगढ़ के बारे में भी बताया. कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि बाबू शोभाराम राजकीय कला महाविद्यालय अलवर के सह आचार्य डॉ रमेश बैरवा ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय एकीकरण है.
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शिविर के संयोजक चिरंजी लाल रेगर ने राष्ट्रीय सेवा योजना का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए बताया कि शिविर के दौरान महाविद्यालय परिसर में स्थित प्राचीन बावड़ी में श्रमदान किया जाएगा. कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य बृजेश कुमार गुप्ता ने की. इस मौके पर डॉ. अरुण गोयल, डॉ. अंशु महलावत,डॉ. फतेह सिंह चारण, अशोक कुमार खटीक, डॉ. जगफूल मीणा और समस्त संकाय सदस्य और स्वयंसेवक उपस्थित रहे. मंच संचालन छात्रा चेल्सी खंडेलवाल ने किया.