बानसूर (अलवर). मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट में नगर पालिका की सौगात तो दी, लेकिन बानसूर में नगर पालिका राजनीतिक अड्डा बन गयी है. वहीं दूसरी ओर नगर पालिका में जिन गांवों को नहीं जोड़ा गया, वहां लोगों की नाराजगी देखी जा रही है. इस मामले को लेकर बानसूर के पूर्व विधायक और पूर्व यातायात मंत्री डॉ. रोहिताश शर्मा ने प्रेस वार्ता की थी.
इस दौरान उन्होंने कहा था कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चुनावों के समय राजस्थान में 16 नगर पालिकाओं की घोषणा की. उसका हम स्वागत करते हैं, लेकिन जो नगर पालिका का स्वरूप बनाया गया है, उसकी निंदा करते हैं. शर्मा ने कहा था कि नगर पालिकाओं की घोषणा आनन-फानन में की गयी है. इसमें नगर पालिका का स्वरूप बनाने में जाति विशेष का ध्यान रखा गया. नजदीक के गांवों को छोड़कर विधायक महोदय ने जाति विशेष को ध्यान में रखते हुए गांवों को जोड़ा है.
शर्मा के इसी बयान पर बानसूर विधायक शकुंतला रावत ने कहा है कि बानसूर की जनता के साथ कोई धोखा या जातिवाद नहीं किया गया है. सभी गांवों व वर्ग को लेकर नगर पालिका को जोड़ा गया है. विधायक ने यह भी कहा कि जब पूर्व मंत्री डॉ. रोहिताश शर्मा यातायात मंत्री थे, तो बानसूर में एक बस स्टैंड भी नहीं बना सके. विधायक ने यह भी कहा कि बानसूर में आज से पहले जो भी घोषणा हुई हैं, उनके शिलान्यास पत्थर ही लगे हैं, लेकिन आज तक कोई वित्तीय स्वीकृति जारी नहीं हुई.
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बानसूर का विकास करवाना ही मेरी प्राथमिकता है. वहीं दूसरी ओर नगर पालिका मे सम्मिलित गांव डोडिया का बास के लोगों ने गांव को जोड़ने की खुशी में फूलों का गुलदस्ता देकर विधायक शकुंतला रावत का सम्मान किया. इस मौके पर कांग्रेस के युवा वरिष्ठ कार्यकर्ता रजनीश पुरोहित, प्रशांत यादव सहित कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद रहे.