अलवर. कलेक्ट्रेट सभागार में निजी चिकित्सालयों के प्रतिनिधियों और गैस डिस्ट्रीब्यूटर एजेंसी संचालकों के साथ जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए आवश्यक व्यवस्थाओं के संबंध में बैठक आयोजित की गई. बैठक में जिला कलेक्टर ने कहा कि जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता जीवन बचाना है. इसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जा रही है.
जिला कलेक्टर नन्नू मल पहाड़िया ने कहा कि कोरोना संक्रमण दूसरी लहर ज्यादा घातक साबित हो रही है और इसमें कोविड मरीजों को ऑक्सीजन गैस की आवश्यकता ज्यादा पड़ रही है. उन्होंने कहा कि मानवता पर आए इस संकट से निपटने में निजी चिकित्सालयों की भूमिका महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से जिलों को कोविड मरीजों के अनुरूप ऑक्सीजन गैस आवंटित की जा रही है.
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इस प्रकार अलवर जिले में प्रशासन की ओर से यह व्यवस्था की है. उन्होंने कहा कि प्रत्येक हॉस्पिटल की व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग के लिए प्रशासनिक अधिकारी नियुक्त किए गए हैं. साथ ही प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कोविड मरीजो और गंभीर बीमारियों के मरीजों जिनको ऑक्सीजन गैस की आवश्यकता है. उनके लिए हॉस्पिटल की ओर से प्रतिदिन डिमांड दी जाएगी. इस डिमांड के आधार पर ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति गैस डिस्ट्रीब्यूटर के माध्यम से कराई जाएगी.
उन्होंने प्राइवेट हॉस्पिटल संचालक उसे कहा कि जिला प्रशासन की ओर से ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति और अन्य आवश्यक दवाइयों की आपूर्ति में कमी नहीं आने दी जाएगी. साथ ही कहा कि जिले में जिला मुख्यालय पर 500 भिवाड़ी में 200 और बहरोड़ में 100 ऑक्सीजन गैस सिलेंडर बफर स्टॉक के रूप में हमेशा रिजर्व रखे जाने की व्यवस्था की गई है. बैठक में एडीएम प्रथम रामचरण शर्मा, एडीएम द्वितीय कमर राम मीणा, एडीएम शहर उम्मीदी लाल मीणा सहित संबंधित अधिकारी और प्राइवेट हॉस्पिटलों के संचालक और गैस डिस्ट्रीब्यूटर एजेंसियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे.