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गर्मी के मौसम में टैंकरों के भरोसे 40 लाख लोग

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Published : Mar 8, 2019, 8:02 AM IST

गर्म मौसम में पानी की डिमांड बढ़ने के साथ ही पानी के उत्पादन में कमी आती है. इसलिए गर्मी की शुरुआत होते ही राजस्थान के लोगों को पानी की चिंता सताने लगी है. अलवर में भी अधिकांश लोग गर्मी में टैंकर्स के भरोसे होंगे.

अलवर जलदाय विभाग

अलवर. गर्मी के मौसम में अलवर जिले में करीब 40 लाख लोग टैंकर्स के भरोसे होंगे. ऐसा जलदाय विभाग के पास कोई इंतजाम नहीं होने की वजह से होगा.अलवर में पानी की डिमांड करीब 47 एमएलडी की है. अभी जलदाय विभाग 34 एमएलडी पानी सप्लाई कर पा रहा है. गर्मी के मौसम में पानी की डिमांड 70 एमएलडी के आसपास हो जाती है. ऐसे में अतिरिक्त पानी की व्यवस्था के लिए जलदाय विभाग के पास कोई इंतजाम नहीं है.


अलवर शहर में जलदाय विभाग के 210 ट्यूबवेल हैं, जबकि करीब 52 नए ट्यूबवेल खोद जाने का जलदाय विभाग की बात कर रहा है. दावा है कि उससे करीब 20 एमएलडी पानी मिल जाएगा. लेकिन देखना होगा कि ये दावे कितने पूरे होते हैं. इसके अलावा जलदाय विभाग ने गर्मी के मौसम में टैंकर्स से पानी सप्लाई के लिए 4.50 करोड़ रुपये का प्रस्ताव बनाकर जलदाय विभाग के मुख्यालय भेजा गया है. इसमें अलवर शहर के लिए करीब 65 लाख रुपये मांगे गए हैं.

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अलवर जलदाय विभाग


साथ ही बता दें कि अलवर की कृषि कॉलोनियों में पानी सप्लाई के लिए 60 ट्यूबवेल खोदने थे. इस साल कृषि कॉलोनी की योजना शुरू नहीं हो रही है. इसलिए इन ट्यूबवेल का पानी शहर के लोगों को मिलेगा. ऐसे में लोगों को थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद हैं.

अलवर. गर्मी के मौसम में अलवर जिले में करीब 40 लाख लोग टैंकर्स के भरोसे होंगे. ऐसा जलदाय विभाग के पास कोई इंतजाम नहीं होने की वजह से होगा.अलवर में पानी की डिमांड करीब 47 एमएलडी की है. अभी जलदाय विभाग 34 एमएलडी पानी सप्लाई कर पा रहा है. गर्मी के मौसम में पानी की डिमांड 70 एमएलडी के आसपास हो जाती है. ऐसे में अतिरिक्त पानी की व्यवस्था के लिए जलदाय विभाग के पास कोई इंतजाम नहीं है.


अलवर शहर में जलदाय विभाग के 210 ट्यूबवेल हैं, जबकि करीब 52 नए ट्यूबवेल खोद जाने का जलदाय विभाग की बात कर रहा है. दावा है कि उससे करीब 20 एमएलडी पानी मिल जाएगा. लेकिन देखना होगा कि ये दावे कितने पूरे होते हैं. इसके अलावा जलदाय विभाग ने गर्मी के मौसम में टैंकर्स से पानी सप्लाई के लिए 4.50 करोड़ रुपये का प्रस्ताव बनाकर जलदाय विभाग के मुख्यालय भेजा गया है. इसमें अलवर शहर के लिए करीब 65 लाख रुपये मांगे गए हैं.

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अलवर जलदाय विभाग


साथ ही बता दें कि अलवर की कृषि कॉलोनियों में पानी सप्लाई के लिए 60 ट्यूबवेल खोदने थे. इस साल कृषि कॉलोनी की योजना शुरू नहीं हो रही है. इसलिए इन ट्यूबवेल का पानी शहर के लोगों को मिलेगा. ऐसे में लोगों को थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद हैं.

Intro:गर्मी की शुरुआत होते ही लोगों को पानी की चिंता सताने लगी है। गर्मी में पानी की डिमांड बढ़ने के साथ ही पानी के उत्पादन में कमी आती है। ऐसे में जलदाय विभाग के पास कोई इंतजाम नहीं है। जिले के 40 लाख लोगों को टैंकरों के भरोसे रहना पड़ेगा।


Body:अलवर शहर में पानी की डिमांड करीब 47 एमएलडी है। अभी जलदाय विभाग 34 एमएलडी पानी सप्लाई कर पा रहा है। गर्मी के मौसम में पानी की डिमांड 70 एमएलडी के आसपास हो जाती है। ऐसे में अतिरिक्त पानी की व्यवस्था के लिए जलदाय विभाग के पास कोई इंतजाम नहीं है। हालांकि जलदाय विभाग के अधिकारी 52 ट्यूबवेल खोदने व उनसे करीब 20 एमएलडी पानी मिलने का दावा कर रहे हैं। लेकिन अभी यह देखना होगा कि वो दावे कितने पूरे होते हैं।

जलदाय विभाग ने गर्मी के मौसम में टेंकरों से पानी सप्लाई के लिए 4.50 करोड़ रुपए का प्रस्ताव बनाकर जलदाय विभाग के मुख्यालय भेजा गया है। इसमें अलवर शहर के करीब 65 लाख रुपए मांगे गए हैं।


Conclusion:अलवर शहर में जलदाय विभाग के 210 ट्यूबवेल हैं। जबकि करीब 52 नए ट्यूबवेल खोदने का जलदाय विभाग दावा कर रहा है। दअरसल अलवर की कृषि कॉलोनियों में पानी सप्लाई के लिए 60 ट्यूबवेल खोदने थे। इस साल कृषि कॉलोनी की योजना शुरू नही हो रही है। इसलिए इन ट्यूबवेल का पानी शहर के लोगों को मिलेगा। इसलिए थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद हैं। हालांकि फिर भी जलदाय विभाग व जिले के 40 लाख लोग टैंकरों पर पूरी तरह से निर्भर हैं।
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