अलवर. जयपुर रेंज के आईजी उमेश दत्ता गुरुवार को अलवर पहुंचे. अलवर के पुलिस अन्वेषण भवन में उन्होंने पुलिस अधिकारियों की क्राइम मीटिंग ली. इस दौरान पुलिसकर्मियों ने उनको गार्ड ऑफ ऑनर दिया. आईजी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जिले के युवाओं को जागरूक करने के लिए पुलिस विशेष जागरूकता अभियान चलाएगी. साथ ही ऑनलाइन ठगी की घटनाओं से निपटने के लिए पुलिसकर्मियों को अलग-अलग चरणों में ट्रेनिंग दी जा रही है.
अलवर जिले में बढ़ते क्राइम के ग्राफ को देखते हुए जयपुर रेंज के आईजी उमेश दत्ता गुरुवार को अलवर पहुंचे और जिला स्तरीय अधिकारियों की क्राइम मीटिंग ली. आईजी ने एसपी, थानेदार व डिप्टी एसपी सहित सभी को सख्त निर्देश देते हुए क्राइम पर कंट्रोल लगाने की बात कही. उन्होंने कहा कि फरार चल रहे अपराधियों को जल्द गिरफ्तार किया जाना चाहिए. उन्होंने सभी थाना अधिकारियों को थाना स्तर पर अपराधियों की हिट लिस्ट तैयार करने व उसके बाद जल्द से जल्द उनको गिरफ्तार करने के निर्देश दिए. इसके अलावा थानों में जो पेंडिंग मामले हैं, उनका भी निस्तारण हो. आईजी ने कहा कि अलवर जिले में बढ़ते हुए क्राइम को देखते हुए पुलिस की तरफ से नवाचार किया जाएगा. अलवर जिले में पुलिस युवाओं को जागरूक करने का काम करेगी.
दरअसल, अलवर जिले के युवा गलत दिशा में जा रहा है. ऐसे में उनको जागरूक किया जाएगा व उनको भले-बुरे की जानकारी दी जाएगी. वो किस दिशा में जा रहे हैं और इससे उनको क्या नुकसान हो सकता है. इसके अलावा अलवर मेवात में ऑनलाइन ठगी और क्राइम का गढ़ बन चुका है. इसके लिए उन्होंने कहा कि कांस्टेबल से लेकर डिप्टी एसपी तक सभी को अलग-अलग स्तर पर ऑनलाइन अपराध से निपटने की आईटी ट्रेनिंग दी जा रही है.
इसके लिए पुलिस की तरफ से आईटी एक्सपर्ट से संपर्क किया है. सभी थाना स्तर पर ट्रेनिंग दी जा रही है, साथ ही साइबर थाने में एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है. अलवर जिले में लगातार साइबर थाने में मामले दर्ज हो रहे हैं. देश में सबसे ज्यादा एफआईआर अलवर जिले में दर्ज हो रही है. अलवर अपराध का गढ़ बन चुका है. आईजी ने जिले के सभी अधिकारियों को फटकार लगाते हुए क्राइम कंट्रोल के निर्देश दिए, साथ ही जिले के प्रत्येक सर्किल के अनुसार समीक्षा की.