अलवर. जिले के रामगढ़ स्थित भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP passing out parade) के ट्रेनिंग सेंटर में शुक्रवार सुबह आइटीबीपी की पासिंग आउट परेड हुई. इसमें 42 सैनिकों को सब इंस्पेक्टर में प्रमोट किया गया. सैनिकों को 25 सप्ताह की कठोर ट्रेनिंग के बाद यह प्रमोशन मिला है. इस दौरान सैनिकों के परिजन व आइटीबीपी के अधिकारी मौजूद रहे. पासिंग आउट परेड में कई कार्यक्रम भी हुए थे.
रामगढ़ के बेरवास स्थित भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के ट्रेनिंग सेंटर में शुक्रवार को 9वीं पासिंग आउट परेड हुई. इसमें आइटीबीपी के पश्चिम कमान के कमांडो मनोज कुमार रावत मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे. इस दौरान 42 सैनिकों को सब इंस्पेक्टर में (42 soldiers became sub inspectors In Rajasthan) प्रमोट किया गया. उनको 25 सप्ताह की कठोर ट्रेनिंग दी गई थी. आइटीबीपी के अधिकारियों ने बताया कि सैनिकों को सीमा सुरक्षा युद्ध कौशल, आंतरिक सुरक्षा, पारंपरिक युद्ध अभ्यास सहित अन्य मामले की ट्रेनिंग दी गई है. इसके अलावा लेटेस्ट हथियार, मैप रीडिंग, युद्ध प्लानिंग सहित अन्य चीजों के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई. ट्रेनिंग प्रोग्राम में छोटी से छोटी चीज के बारे में बताया गया है. आइटीबीपी के अधिकारियों ने कहा कि आदर्श प्रशिक्षण कोर्स में 42 सैनिक शामिल थे.
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कार्यक्रम के दौरान आइटीबीपी सैनिकों की परेड, सांस्कृतिक कार्यक्रम और सैनिकों की ओर से कई हैरतअंगेज करतब दिखाए गए. आइटीबीपी के अधिकारियों ने कहा कि यह पल प्रत्येक सैनिक की जीवन में सबसे बेहतर पल होता है जब उसको अपने परिवार के सामने नई जिम्मेदारी मिलती है. उसको मेडल मिलते हैं. 25 सप्ताह की ट्रेनिंग के दौरान कई कार्यक्रम हुए जिनमें सैनिकों ने पुरस्कार भी जीते. उन्होंने कहा कि समय के साथ कई तरह के बदलाव हो रहे हैं. ऐसे में सैनिकों को प्रत्येक परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार किया जाता है उसे हर नामुमकिन परिस्थितियों को मुमकिन करने के लिए ट्रेनिंग दी जाती है. पासिंग आउट परेड के दौरान आइटीबीपी के अधिकारी सैनिकों के परिजन व अन्य लोग मौजूद रहे.