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अलवर में बन सकता है कोरोना वायरस के मरीजों का आइसोलेशन सेंटर - राजस्थान न्यूज

अलवर में जल्द ही कोरोना वायरस के मरीजों का आइसोलेशन सेंटर बन सकता है. इसके लिए जिले के ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज को चिन्हित किया गया है. हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है.

कोरोना वायरस के मरीजों का आइसोलेशन सेंटर, Isolation Center of Corona Virus Patients
कोरोना वायरस के मरीजों का आइसोलेशन सेंटर
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Published : Jan 30, 2020, 3:13 AM IST

अलवर. चीन में फैले कोरोना वायरस ने दुनिया भर में तहलका मचा रखा है. इसकी आग भारत की पहुंचने लगी है. भारत सरकार की तरफ से इस में गंभीरता दिखाते हुए सभी हवाई अड्डों पर चीन से आने वाले यात्रियों की जांच पड़ताल की जा रही है. ऐसे में बीते दिनों संदिग्ध मरीजों को तुरंत इलाज देने की प्रक्रिया भी शुरू की गई है.

अलवर में बन सकता है आइसोलेशन सेंटर

इसी कड़ी में अब सरकार की ओर से कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के लिए अलवर में आइसोलेशन सेंटर बनाया जा सकता है. दरअसल, स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों की एक टीम अलवर पहुंची थी. जिसने अलवर की ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज, आर्मी हॉस्पिटल और एक अन्य अस्पताल का निरीक्षण किया. इस दौरान ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज आइसोलेशन के लिए सुविधाजनक पाया गया. ऐसे में जल्द ही ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज को आइसोलेशन सेंटर बनाया जा सकता है.

पढ़ें- नागौरः कार और टैंकर की आमने-सामने टक्कर, 3 की मौत, 2 घायल

हालांकि इस संबंध में ईएसआईसी, केंद्र सरकार और राज्य सरकार की एक टीम जल्द ही अलवर के ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण करेंगी. जिसके बाद आइसोलेशन सेंटर के लिए आधिकारिक घोषणा की जाएगी. विभाग के अधिकारियों की मानें तो दिल्ली और जयपुर सहित देशभर में कोरोना वायरस के मिलने वाले संदिग्ध मरीजों को इलाज के लिए अलवर के ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट किया जाएगा और यहां उनको आइसोलेशन में रखा जाएगा.

स्वास्थ विभाग के अधिकारियों की माने तो कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के लिए अलग से वैक्सीन में इलाज की कोई सुविधा नहीं है. इनको केवल कम से कम 28 दिनों तक आइसोलेट करने की आवश्यकता है. इस वायरस के लक्षण सामान्य खासी जुकाम की तरह होते है.

अलवर. चीन में फैले कोरोना वायरस ने दुनिया भर में तहलका मचा रखा है. इसकी आग भारत की पहुंचने लगी है. भारत सरकार की तरफ से इस में गंभीरता दिखाते हुए सभी हवाई अड्डों पर चीन से आने वाले यात्रियों की जांच पड़ताल की जा रही है. ऐसे में बीते दिनों संदिग्ध मरीजों को तुरंत इलाज देने की प्रक्रिया भी शुरू की गई है.

अलवर में बन सकता है आइसोलेशन सेंटर

इसी कड़ी में अब सरकार की ओर से कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के लिए अलवर में आइसोलेशन सेंटर बनाया जा सकता है. दरअसल, स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों की एक टीम अलवर पहुंची थी. जिसने अलवर की ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज, आर्मी हॉस्पिटल और एक अन्य अस्पताल का निरीक्षण किया. इस दौरान ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज आइसोलेशन के लिए सुविधाजनक पाया गया. ऐसे में जल्द ही ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज को आइसोलेशन सेंटर बनाया जा सकता है.

पढ़ें- नागौरः कार और टैंकर की आमने-सामने टक्कर, 3 की मौत, 2 घायल

हालांकि इस संबंध में ईएसआईसी, केंद्र सरकार और राज्य सरकार की एक टीम जल्द ही अलवर के ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण करेंगी. जिसके बाद आइसोलेशन सेंटर के लिए आधिकारिक घोषणा की जाएगी. विभाग के अधिकारियों की मानें तो दिल्ली और जयपुर सहित देशभर में कोरोना वायरस के मिलने वाले संदिग्ध मरीजों को इलाज के लिए अलवर के ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट किया जाएगा और यहां उनको आइसोलेशन में रखा जाएगा.

स्वास्थ विभाग के अधिकारियों की माने तो कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के लिए अलग से वैक्सीन में इलाज की कोई सुविधा नहीं है. इनको केवल कम से कम 28 दिनों तक आइसोलेट करने की आवश्यकता है. इस वायरस के लक्षण सामान्य खासी जुकाम की तरह होते है.

Intro:अलवर
अलवर में जल्द ही कोरोना वायरस के मरीजों का आइसोलेशन सेंटर बन सकता है। अलवर के ईएसएसी मेडिकल कॉलेज को इसके लिए चिन्हित किया गया है। हालांकि अभी तक आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। अगर यह मेडिकल कॉलेज को आइसोलेशन सेंटर बनाया जाता है। तो देश भर में कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों को इलाज के लिए अलवर लाया जाएगा।


Body:चीन में फैले कोरोना वायरस ने दुनिया भर में तहलका मचा रखा है। इसकी आग भारत की पहुचने लगी है। भारत सरकार की तरफ से इस में गंभीरता दिखाते हुए सभी हवाई अड्डों पर चीन से आने वाले यात्रियों की जांच पड़ताल की जा रही है। ऐसे में बीते दिनों संदिग्ध मरीजों को तुरंत इलाज देने की प्रक्रिया भी शुरू की गई है। चीन में लगातार बढ़ती बीमारी को देखते हुए वहां रहने वाले भारतीय अपने देश में लौट रहे हैं। तो वही सरकार की तरफ से कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के लिए अलवर में आइसोलेशन सेंटर बनाया जा सकता है। दरअसल स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों की एक टीम अलवर पहुंची थी। इसने अलवर की ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज, आर्मी हॉस्पिटल वह एक अन्य अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज आइसोलेशन के लिए सुविधाजनक पाया गया। ऐसे में जल्द ही ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज को आइसोलेशन सेंटर बनाया जा सकता है।


Conclusion:हालांकि इस संबंध में ईएसआईसी, केंद्र सरकार और राज्य सरकार की एक टीम जल्दी अलवर के ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण करेंगी व उसके बाद आइसोलेशन सेंटर के लिए आधिकारिक घोषणा की जाएगी। विभाग के अधिकारियों की मानें तो दिल्ली जयपुर सहित देशभर में कोरोना वायरस के मिलने वाले संदिग्ध मरीजों को इलाज के लिए अलवर के ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट किया जाएगा। यहां उनको आइसोलेशन में रखा जाएगा। स्वास्थ विभाग के अधिकारियों की माने तो कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के लिए अलग से वैक्सीन में इलाज की कोई सुविधा नहीं है। इनको केवल कम से कम 28 दिनों तक आइसोलेट करने की आवश्यकता है। इस वायरस के लक्षण सामान्य खासी जुकाम की तरह होते है।
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