अलवर. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे 12 फरवरी से शुरू हो रहा है. देश के प्रधानमंत्री इसका उद्घाटन करेंगे. इसके बाद अलवर-जयपुर-दिल्ली-गुड़गांव सहित आसपास के शहरों में रहने वाले लोगों को एक और बड़ी सौगात मिलने वाली है. मार्च माह में देश का पहला इलेक्ट्रिक हाईवे शुरू हो सकता है. नेशनल हाईवे फॉर इलेक्ट्रिक व्हीकल की ओर से 9 सितंबर से 8 अक्टूबर तक दिल्ली से गुरुग्राम-धारूहेड़ा- नीमराणा-बहरोड होते हुए जयपुर के अल्बर्ट हॉल तक कार और बस दौड़ाकर ट्रायल रन किया था. ट्रायल रन के दौरान आने वाली दिक्कतें देखी गई. उसकी रिपोर्ट बनाकर केंद्र सरकार को भेज दी गई है.
ट्रायल में सड़क का लेवल, बारिश व जाम जैसी स्थिति से निपटने के लिए भी इंतजाम तैयार करने की योजना का फैसला लिया गया. दौड़ने वाले वाहनों को हेल्पलाइन जैसी सभी आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी. इसके लिए बहरोड़ में चार्जिंग स्टेशन भी बनाया जाएगा, जिसकी जमीन चिन्हित करने का काम चल रहा है. 278 किलोमीटर लंबे इस हाईवे पर 20 जगह पर चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे. इन पर 4000 वाहनों को चार्ज किया जा सकेगा.
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शुरुआत में बहरोड़ में एक चार्जिंग स्टेशन बनाया जाएगा. उसके बाद अन्य जगहों पर चार्जिंग स्टेशन बनेंगे. नेशनल हाईवे फॉर इलेक्ट्रिक व्हीकल के अधिकारियों ने बताया कि इलेक्ट्रिक हाईवे के लिए एक अलग से कमेटी बनाई गई है. ट्रायल रन की रिपोर्ट तैयार करके कमेटी के सामने रख दी गई है. इस हाईवे के शुरू होने से दिल्ली जयपुर हाईवे पर वाहनों का दबाव कम होगा. सफर में कम समय लगेगा, साथ ही लोगों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी.
क्या है इलेक्ट्रिक हाईवे : इलेक्ट्रिक हाईवे ऐसे हाईवे होते हैं, जिनमें कुछ इक्विपमेंट्स के जरिए ऐसा सिस्टम होता है, जिससे उनसे गुजरने वाली गाड़ियां बिना रुके ही अपनी बैटरी चार्ज कर सकती हैं. इसके लिए हाईवे पर ओवरहेड वायर या रोड के नीचे से ही इलेक्ट्रिक फ्लो करने का सिस्टम बना होता है. इलेक्ट्रिक हाईवे से केवल इलेक्ट्रिक गाड़ियां ही चार्ज हो सकती हैं. इससे पेट्रोल-डीजल वाली गाड़ियां नहीं चार्ज होती. इनसे हाइब्रिड गाड़ियां भी चार्ज हो सकती हैं. हाइब्रिड गाड़ियों में इलेक्ट्रिक के साथ-साथ पेट्रोल-डीजल से चलने की भी सुविधा होती है. यानी इलेक्ट्रिक हाईवे इलेक्ट्रिक सुविधा से लैस ऐसे हाईवे होते हैं, जहां उनके ऊपर से गुजरती गाड़ियों को चार्ज किया जा सकता है.
दिल्ली-आगरा के बीच भी मिलेगी सुविधा : दिल्ली-जयपुर के अलावा लोगों को दिल्ली-आगरा के बीच भी इलेक्ट्रिक हाईवे मिलेगा. दिल्ली से आगरा और दिल्ली से जयपुर हाईवे पर ई-बस या ई-कैब की सुविधा ले पाएंगे. फिलहाल, दिल्ली से जयपुर के बीच में करीब 12 चार्जिंग स्टेशन बनाए जा रहे हैं, जिन पर रुककर आप अपनी कार को चार्ज कर सकेंगे. साथ ही जयपुर से दिल्ली आने पर 8 चार्जिंग स्टेशन होंगे, जहां एक स्टेशन पर करीब 100 से ज्यादा कार एक बार में चार्ज हो सकेंगी. दिल्ली से जयपुर बस सर्विस को भी ट्रायल रन पर दौड़ाया गया.
ई-कैब की सुविधा : दिल्ली से जयपुर के लिए इलेक्ट्रिक कार से जाना चाहते हैं तो अपने घर पर ही ई-कैब बुला सकते हैं. इतना ही नहीं, यात्रियों के पास सुविधा होगी कि वो चाहें तो ई-कैब को खुद ड्राइव करें, मतलब बिना ड्राइवर कैब मिल जाएगी. इस ई-कैब को आईआईटी दिल्ली की टीम ने तैयार किया है. साथ ही, ई-बस में कई फीचर्स हैं, जो हदसों को रोकने में मददगार होंगे. जैसे ड्राइवर को नींद आने पर तुरंत अलार्म बज जाएगा. अगर बीच रास्ते में कैब या गाड़ी खराब हो गई है तो बैकअप गाड़ी 20 मिनट में आ जाएगी.
क्या है सरकार की योजना : दिल्ली से जयपुर, दिल्ली से चंडीगढ़ और दिल्ली से आगरा करीब 500 किलोमीटर से ज्यादा का ई-हाईवे बनकर तैयार हो रहा है. इन पर ट्रायल रन भी शुरू कर दिए गए हैं. बता दें कि दिल्ली-जयपुर के बीच ट्रायल का काम साल 2022 के सितंबर-अक्टूबर माह में ही पूरा हो चुका है.