अलवर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने महिला से आरोपी के पक्ष में बयान कराने के एवज में दलाल के जरिए 90 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए अलवर जिले के नारायणपुर पुलिस थाने के थाना प्रभारी सहित दलाल को गिरफ्तार किया है. थाना प्रभारी ने किसी मामले में परिवादी के मौसेरे भाई संदीप यादव को किसी मामले में थाने में बैठाया हुआ था.
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो अलवर प्रथम के पुलिस उपाधीक्षक महेंद्र मीणा ने बताया कि झुंझुनू जिले के पचेरी कला थाना क्षेत्र के गांव रसूलपुर निवासी कृष्ण कुमार पुत्र सत्यवीर यादव ने रिपोर्ट दी थी. 7 जनवरी 2020 को पुलिस थाना नारायणपुर के स्टॉफ ने उसके मौसी के लड़के संदीप यादव और उसकी पत्नी को उसके निवास स्थान रसूलपुर से पुलिस थाना नारायणपुर लेकर आए हैं. प्रभारी जितेंद्र यादव ने सोनाली से संदीप के पक्ष में बयान करवाकर संदीप के विरुद्ध कार्रवाई नहीं करने की एवज में 8 जनवरी को अपने दलाल बलवीर सिंह यादव के साथ 1 लाख रुपए रिश्वत की मांग की और रुपए बलवीर को देने के लिए कहा.
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इस पर 9 जनवरी को रिश्वत की मांग का गोपनीय सत्यापन कराया गया. आरोपी जितेंद्र कुमार थाना अधिकारी द्वारा की गई रिश्वत की मांग के क्रम में सत्यापन के दौरान दलाल बलवीर ने 1 लाख रुपए रिश्वत की मांग की. परिवादी बार-बार रुपए कम करने की मांग कर सौदा 90 हजार में तय हुआ और गुरुवार शाम को बुलाने की पुष्टि हुई.
इसके बाद एसीबी ने अपनी कार्रवाई करते हुए आरोपी थाना अधिकारी जितेंद्र कुमार के दलाल बलवीर सिंह यादव पुत्र रामेश्वर दयाल यादव निवासी मोरुडा की ढाणी नारायणपुर थाना गाजी अलवर को परिवादी से 90 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए पंचायत समिति नारायणपुर के परिसर के मुख्य दरवाजे के पास रंगे हाथों पकड़ लिया. राशि बरामद की और थाना प्रभारी को राजकीय आवास से गिरफ्तार किया. उन्होंने बताया कि संदीप यादव को थाना प्रभारी ने अनाधिकृत रूप से थाने में बैठा हुआ है.
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एसीबी ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की और पूरे मामले का सत्यापन कराया. इसमें पूरा मामला सही पाया गया. पुलिस ने गुरुवार को युवती को दस्तयाब किया. शाम को उसके बयान होने थे. उसी समय कृष्ण कुमार उसके परिजन 90 हजार रुपए लेकर नारायणपुर के बाजार में पहुंचे. वहां बलवीर ने पैसे लिए और जाने लगा.
इसी दौरान एसीबी की टीम ने उसका पीछा की और मौके से रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. उसके बाद थाना अधिकारी जितेंद्र यादव को उनके आवास से गिरफ्तार किया. एसीबी की टीम लगातार इस मामले में जांच पड़ताल कर रही है.