बहरोड़. पपला गुर्जर को किस तरह दबोचा गया, इस बात की जानकारी आज बुधवार को नीमराना पुलिस थाने में मीडिया से रूबरू होते जयपुर रेंज आईजी हवा सिंह घुमरिया ने दी. आईजी ने बताया कि 5 सितंबर 2019 की रात को बहरोड़ पुलिस ने बदमाश विक्रम उर्फ पपला को 32 लाख रुपये की राशि के साथ पकड़ा था, लेकिन 6 सितंबर की सुबह पपला के साथियों ने बहरोड़ थाने पर हथियारों से हमला कर पपला को छुड़ाकर ले गए थे.
पढ़ें : पपला का साथी महिपाल गुर्जर गिरफ्तार, AK 47 रायफल सहित अन्य हथियार बरामद
जिसके बाद राजस्थान सरकार व पुलिस के लिए पपला को पकड़ना चुनौती बन गई थी. जिस पर जांच राजस्थान एसओजी को सौंपी गई, लेकिन डेढ़ साल में पपला को पकड़ने के लिए अलग-अलग टीमों को पूरे देश में 14 राज्यों सहित 250 छोटे-बड़े शहरों की तलाश ली गई. आखिरकार बदमाश पुलिस को कब तक गच्चा देता और एक दिन बहरोड़ हवालात कांड का मुख्य आरोपी विक्रम उर्फ पपला महाराष्ट्र के कोल्हापुर से राजस्थान पुलिस के हत्थे चढ़ गया. जिसको 27 जनवरी को पकड़ कर राजस्थान लाया गया.
बदमाश पपला को कोर्ट में पेश कर 13 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया. वहीं, आज पुलिस के द्वारा पपला के सहयोगी बदमाश महिपाल सहित वारदात में उपयोग ली गई AK 47 व दो विदेशी पिस्टल बरामद की गई हैं.