अलवर. सरस डेयरी चेयरमैन बन्नाराम मीणा को कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. न्यायालय ने सरकार के बन्नाराम मीणा को हटाने के आदेश पर रोक लगाते हुए यथावत रहने के आदेश दिए हैं. ऐसे में बन्नाराम मीणा अलवर सरस डेयरी के चेयरमैन पद पर बने रहेंगे.
अलवर सरस डेयरी चेयरमैन बन्नाराम मीणा पर कई तरह की अनियमितताओं के आरोप लग रहे थे. स्टाफ की भर्ती, टैंकर सप्लाई, विधायकों के आवभगत और स्वागत में लाखों रुपए खर्च करने सहित कई गंभीर आरोप लगाए गए थे. ऐसे में 30 जून 2020 को सरकार ने बन्नाराम मीणा को बर्खास्त कर दिया था. इसके बाद मीणा ने कोर्ट की शरण ली. जिसके बाद राजस्थान हाईकोर्ट की जयपुर ब्रांच ने स्थगन आदेश पर रोक लगाते हुए बन्नाराम मीणा को यथास्थिति रखने के आदेश दिए हैं. इसके अलावा प्राथमिक समिति पूर्व की तरह चौहान समिति की कार्यकारिणी भंग कर दी गई थी लेकिन कोर्ट ने जयपुर में कार्यकारिणी भंग के आदेश को निरस्त कर दिया है और खोरा चौहान दूध समिति के चेयरमैन को यथावत रखने के निर्देश दिए हैं. ऐसे में बन्नाराम मीणा अलवर सरस डेयरी के चेयरमैन पद पर बने रहेंगे.
यह भी पढ़ें. अलवर: विवाहिता की मौत का पुलिस ने किया पर्दाफाश, आरोपी पति गिरफ्तार
वहीं कोर्ट के इस फैसले के बाद जयपुर से अलवर आते समय रास्ते में बुधवार को बन्नाराम मीणा का बड़ी संख्या में लोगों ने कई जगहों पर स्वागत किया. अलवर सरस डेयरी परिसर में ढोल नगाड़ों से बन्नाराम राम मीणा का स्वागत करते हुए जश्न मनाया गया. इस मौके पर बड़ी संख्या में उनके समर्थक मौजूद रहे. बन्नाराम गुरुवार को डेयरी का फिर से कार्यभार ग्रहण कर सकते हैं. इस पूरे मामले के दौरान मीणा खुद पर लगे सभी आरोपों को गलत बता रहे थे. उन्होंने कहा था कि वो किसी भी जांच के लिए तैयार है.