भिवाड़ी (अलवर). तिजारा पंचायत समिति सभागार में अलवर एसीबी ने ग्राम पंचायत सचिव और तीन ऑडिट कर्मचारियों को 35 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. ग्राम सचिव और ऑडिट टीम ने सही ऑडिट करने और अनावश्यक रिकवरी नहीं निकालने के एवज में परिवादी से रिश्वत की मांग की थी. एसीबी की टीम ने आरोपियों से पूछताछ शुरू कर दी है.
क्या है पूरा मामला
डीएसपी महेंद्र मीणा ने बताया कि परिवादी तौफीक खान ने ब्यूरो में प्रार्थना पत्र पेश करके बताया कि उसकी बहन जनवरी 2015 से जनवरी 2020 तक ग्राम पंचायत सारेकला की सरपंच रही हैं. जो पंचायत समिति तिजारा के अंतर्गत आती है. जिनके कार्यकाल के दौरान ग्राम पंचायत क्षेत्र में करवाए गए. उन्हीं कार्यों का ऑडिट करने एक ऑडिट टीम जयपुर से आई है. सही ऑडिट करवाने अनावश्यक रिकवरी नहीं निकलवाने के एवज में ग्राम पंचायत का सचिव अशोक कुमार 40 हजार की रिश्वत मांग रहा है.
11 जनवरी को एसीबी ने शिकायत का सत्यापन करवाया तो रिश्वत की बात सही निकली. आरोपियों ने 12 जनवरी को रिश्वत के पैसे लेकर आने की बात कही. 12 जनवरी को तौफिक खान से ग्राम सचिव अशोक कुमार ने रिश्वत के 35 हजार रुपए लिए और उसके बाद ऑडिट टीम के सदस्य नवल किशोर को पैसे दे दिए. जिसके बाद घात लगाए बैठी एसीबी की टीम ने ग्राम सचिव और ऑडिट टीम के सदस्यों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. खुद को घिरा देखकर ऑडिट टीम के सदस्य नवल किशोर ने रिश्वत के पैसे जमीन पर डाल दिए.
एसीबी ने ग्राम सचिव अशोक कुमार और ऑडिट टीम के सदस्य नवल किशोर, सुगर सिंह, गोविंद लाल को गिरफ्तार कर लिया है. एसीबी ने रिश्वत की राशि बरामद कर ली है. चारों से पूछताछ जारी है.