बहरोड़ (अलवर). जिले के बहरोड़ पुलिस थाने से 6 सितंबर 2019 को फायरिंग कर हरियाणा के कुख्यात बदमाश विक्रम उर्फ पपला को उसके साथियों ने आधुनिक हथियारों से फायरिंग कर बहरोड़ थाने से छुड़ा ले गए थे. जिसके बाद राजस्थान पुलिस ने विक्रम उर्फ पपला को महाराष्ट्र के कोल्हापुर से गिरफ्तार किया था. वहीं, पपला अब अजमेर स्थित हाई सिक्योरिटी जेल में तीन महीने से बंद है.
शुक्रवार को पपला के पिता मनोहर लाल और वकील गोविंद रावत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने कहा कि उनके पास 28 अप्रैल को पपला का अजमेर जेल से फोन आया था और उसने बताया कि उसकी जान को यहां खतरा है. पपला ने कहा कि बहरोड़ विधायक बलजीत यादव, जेल अधीक्षक संजय चौहान, हरियाणा पुलिस के एसआई प्रदीप और हरियाणा का मनोहरपुर निवासी सुरेंद्र उर्फ चिक्कू उर्फ लंगड़ा उसे मारने की योजना बना रहे हैं. ये सभी लोग मिलकर उसके खाने में जहर मिलवा सकते हैं.
वहीं, जेल प्रशासन की ओर से उसको प्रताड़ित कर आत्महत्या के लिए उकसाया जा रहा है. जेल प्रशासन की ओर से लगातार उसके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है और उसे कष्टकारी यातनाएं दी जा रही है. पपला के पिता मनोहर लाल ने कहा कि उनकी मांग है कि पपला को राज्य सरकार की ओर से अजमेर जेल से शिफ्ट कर देश के किसी भी जेल में भेज दिया जाए. अगर पपला अजमेर जेल में रहा तो उसकी जान को खतरा है.