बहरोड़ (अलवर). क्षेत्र में किसान ट्रैक्टर गणतंत्र परेड में शामिल होने की किसानों को अनुमति मिल गई है, लेकिन रूट निर्धारण को लेकर हरियाणा पुलिस प्रशासन के बीच संयुक्त मोर्चा किसान समन्वय समिति सदस्यों की तकरार अब भी बरकरार है.
किसानो की ओर से दिल्ली में पहुंचे ट्रैक्टर से गणतंत्र परेड की योजना लंबे समय से तय होने के चलते कार्यक्रम की समीपता को देखते हुए दिल्ली प्रशासन ने किसान संगठनो को अनुमति प्रदान कर दी, लेकिन पुलिस प्रशासन की ओर से किसानों को प्रशासन का निर्धारित रूट कतई मंजूर नहीं हो पाने के चलते तकरार बरकरार है.
किसान नेताओं का कहना है कि दिल्ली में ट्रैक्टर परेड करने के बाद सभी किसान धरनास्थल पर वापस आ जाएंगे और कृषि कानून को वापस नहीं होने तक धरने में शामिल होते रहेंगे.
किसानों के समर्थन में कांग्रेस ने 6 जिलों से रवाना किए ट्रैक्टर
कृषि कानूनों के खिलाफ और किसानों के समर्थन में कांग्रेस राजस्थान के 6 जिलों से ट्रैक्टर्स को रवाना करेगी. इसके लिए जयपुर संभाग के सभी 6 जिले अलवर, दौसा, झुंझुनू, सीकर, जयपुर शहर और जयपुर देहात के सभी विधायकों और जिलाध्यक्षों को 25 जनवरी की रात तक कोटपूतली पहुंचने के निर्देश दे दिए गए हैं. कांग्रेस की तरफ से सभी नेताओं को ट्रैक्टर्स के माध्यम से कोटपूतली जाने को कहा गया है और ज्यादा से ज्यादा संख्या में ट्रैक्टर्स ले जाने के निर्देश दिए गए हैं ताकि किसानों के ट्रैक्टर रैली को बल मिल सके.