अलवर. देश में नासिक के बाद अलवर प्याज की दूसरी सबसे बड़ी मंडी है. अलवर में प्याज की बंपर आवक होती (Low prices for onion in Alwar ) है. यहां से प्याज देश के कई हिस्सों में सप्लाई होती है. मंडी में प्रतिदिन 30 हजार कट्टे प्याज के बिकने के लिए आ रहे हैं. बारिश का प्रभाव होने के बाद भी अलवर में प्याज की बंपर पैदावार हुई है. शुरुआत में किसान को प्याज की फसल से काफी उम्मीद थी. नवंबर माह की शुरुआत में भी किसानों को प्याज के बेहतर दाम मिले. लेकिन अब उनको बुवाई के खर्च के बराबर भी दाम नहीं मिल पा रहा है.
नवंबर की शुरुआत में किसानों को प्याज के लिए 20 से 25 रुपए किलो तक भाव मिल रहा था, लेकिन अब किसान (Farmers Getting low prices for onion in Alwar) परेशान हैं. अलवर मंडी में इन दिनों 300 से 700 रुपए कट्टा (40 किलो) प्याज बिक रहे हैं. इस हिसाब से एक किलो के लिए किसानों को 8 से 12 रुपए तक ही मिल पा रहा है. जबकि बाजार में प्याज अब भी 20 से 25 रुपए किलो के हिसाब से ही मिल रहे हैं.
इस संबंध में किसानों ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि स्टॉक में मध्यप्रदेश व नासिक के प्याज रखे (High demand of Nasik And MP onions) हुए हैं. लगातार मंडी में नासिक और मध्य प्रदेश से प्याज बिकने के लिए आ रहे हैं. इसलिए अलवर के प्याज की डिमांड कम है. इस साल नासिक और मध्य प्रदेश में बारिश ज्यादा होने के कारण प्याज की फसल खराब हो गई थी. हालांकि पिछले साल की फसल वेयरहाउस में रखी हुई थी. व्यापारी लगातार पुराने प्याज को बाजार में बेच रहे हैं. नासिक व मध्यप्रदेश के प्याज थोक में 5 से 7 रुपए किलो के हिसाब से बिक रही है.
एक बीघा फसल में आता है 60 से 70 हजार का खर्चा : एक बीघा प्याज की फसल की बुवाई में 60 से 70 हजार रुपए का खर्च (Alwar Onion Mandi) आता है. किसानों ने कहा कि जबकि किसान को केवल बीज का पैसा मिल पा रहा है. पानी, बिजली व किसान की मेहनत इसके अलावा प्याज को मंडी तक लाने का खर्च भी किसान खुद वहन कर रहा है. व्यापारियों ने कहा कि प्याज की फसल की बढ़िया पैदावार नहीं होने के कारण डिमांड कम है.
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स्टॉक में रखी प्यास ने बिगाड़ा खेल : व्यापारियों ने कहा कि बारिश ज्यादा होने के कारण इस बार भी अलवर के आसपास क्षेत्र में प्याज की फसल खराब हुई है. लेकिन इसके बाद भी शुरुआत में किसान को प्याज के बेहतर दाम मिले थे. अब मंडी में नासिक व मध्यप्रदेश की स्टॉक में रखी पिछले साल की प्याज बिकने के लिए आ रही है. इसलिए अलवर की प्याज की डिमांड कम हो गई है. अभी स्टॉक में एक महीने के प्याज रखे हैं. अलवर जिले में प्याज के 16 टन प्रति हेक्टेयर उत्पादन रहता है. इस साल 3 लाख 55 हजार मीट्रिक टन प्याज की पैदावार हुई है.
फैक्ट फाइल
- मंडी में आ रहे - 30 हजार कट्टे
- किसान को मिल रहे भाव - 8 से 12 रुपए प्रति किलो
- मंडी में मिल रहा प्याज - 20 से 25 रुपए
- 27 हजार हेक्टेयर में हुई प्याज की बुवाई