अलवर. इंदिरा गांधी स्टेडियम में शनिवार को स्टेन गन, बोफोर्स तोप, हैंड ग्रेनेड, AK47 राइफल, एसएलआर, जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल, ड्रोन, गोला बारूद सहित सेना के सभी आधुनिक हथियार व ट्रैकिंग सिस्टम को देखकर लोग दंग रह गए. हथियारों को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ नजर आई. युवा, बच्चे, महिला सभी आयु वर्ग के लोग हथियार देखते नजर आए. लोग सेना के अधिकारियों से हथियार संबंधी जानकारी लेते हुए भी नजर आए.
75वें सेना दिवस की पूर्व संध्या पर अलवर मिलिट्री स्टेशन की इकाइयों की तरफ से इंदिरा गांधी स्टेडियम में 'हथियारों और उपकरणों की प्रदर्शनी' का आयोजन किया गया. आर्टिलरी ब्रिगेड और आर्टिलरी डिवीजन की आर्टिलरी गन, लोंगेवाला ब्रिगेड की इन्फैंट्री के हथियारों को युद्ध के मैदान में भारतीय सेना की ताकत दिखाने के लिए रखा गया था. इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में एनसीसी कैडेट, स्कूली छात्रों और आम लोगों ने भाग लिया. जिले के सभी वरिष्ठ सेना अधिकारी और वरिष्ठ नागरिक और प्रशासनिक अधिकारी शामिल थे.
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कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जीओसी आर्टिलरी डिवीजन ने 1 राज ईएमई सीओवाई, अलवर और 3 राज आर्मर्ड स्क्वाड्रन, अलवर के एनसीसी कैडेटों की दो टुकड़ियों की सलामी ली. इस मौके पर आर्मी जैज बैंड की मधुर प्रस्तुति ने पूरे स्टेडियम को देशभक्ति के जोश से भर दिया. इस दौरान एनसीसी केडेट स्काउट गाइड युवाओं की तरफ से सलामी कार्यक्रम किया गया. सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी आयोजित की गईं. जीओसी ने सभी नागरिकों को बधाई देते हुए बच्चों द्वारा तिरंगे के गुब्बारे आसमान में उड़ाए.
इस अवसर पर उन्होंने समाज के प्रत्येक सदस्य से राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का आह्वान किया. हथियारों और उपकरणों के प्रदर्शन ने सभी उपस्थित लोगों को भारतीय सेना की ताकत को प्रत्यक्ष रूप से देखने का एक अनूठा अवसर प्रदान किया. स्थानीय प्रशासन ने सेना के हथियारों और उपकरणों की अत्याधुनिक सूची से परिचित होने के एक अनूठे अवसर के रूप में इस आयोजन की प्रशंसा की. युवाओं को भारतीय सेना में शामिल होने के लिए 'लाइव ए लाइफ लेस ऑर्डिनरी' और 'राष्ट्र की निःस्वार्थ सेवा' करने के लिए विभिन्न प्रविष्टियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी भी दी गई.