रामगढ़ (अलवर). कोरोना महामारी से ग्रामीण क्षेत्र की बेरोजगार हुई महिलाएं अब रोजगार के लिए भटक रही हैं. कलसाडा में गरीब परिवार की महिलाएं ग्राम पंचायत से जॉब कार्ड बनवाने के लिए सरपंच के पास जाकर गुहार लगा रही हैं, लेकिन उनकी समस्या का हल नहीं हो रहा है.
बता दें कि मनरेगा कार्यालय पर काम करने वाले क्लर्क के द्वारा जॉब कार्ड नहीं बनाने की बात पीड़ित दलित महिलाओं ने बताया है. उनमें मुख्य रूप से कई विधवा महिला और बुजुर्ग महिलाएं हैं, जिन्हें बेरोजगारी की हालत में मनरेगा में रोजगार की बहुत आवश्यकता है.
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महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए ग्राम पंचायत को कार्यकारी एजेंसी बनाया हुआ है, लेकिन इन दिनों पंचायत समिति उमरैण और पंचायत समिति मालाखेड़ा में कई पंचायतों में जरूरत के आधार पर लोगों के जॉब कार्ड बनाने में आनाकानी की जा रही है. जिसकी शिकायत जिला प्रशासन तक पहुंच चुकी है. वहीं, कुछ लोग श्रम मंत्री के आवास पर जाकर भी इसके लिए गुहार लगा रहे है.
सरपंच से सभी ने जॉब कार्ड बनवाने वाला फार्म भरवाने और जोहड़ खुदाई में उन्हें काम देने की मांग रखी है. अभी तक उनके हित का काम नहीं होने से महिलाओं में गहरा रोष व्याप्त है. स्थानीय महिला ने बताया कि मनरेगा भवन पर काम करने वाली मैडम के द्वारा जॉब कार्ड नहीं बनाए जा रहे हैं. साथ ही मैडम यह भी कहती है वृद्ध और बूढ़ी महिलाओं को मनरेगा में काम नहीं मिलेगा.