अलवर. जिले में पानी के हालात दिनोंदिन खराब हो रहे हैं. लोगों को पीने के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है. ऐसे में जिला कलेक्टर ने पानी की व्यवस्था बेहतर करने के निर्देश दिए है. जिले में खराब आरओ प्लांट को ठीक कराने व ज्यादा से ज्यादा लोगों को पानी का कनेक्शन देने के लिए कहा गया है.
अलवर में पानी की समस्या को लेकर जिला कलेक्टर आनंदी ने कलेक्ट्रेट सभागार में बिजली, पानी एवं महत्वपूर्ण विभागों की समीक्षा बैठक ली. इसमें सबसे ज्यादा पानी की समस्या पर चर्चा हुई. लोगों को पीने के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है. जिले के हालात दिनोंदिन खराब हो रहे हैं. 2 वर्षों में जो पेयजल टंकी नहीं बनी है, उनका सर्वे कराकर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं.
जिला कलेक्टर ने कहा कि सर्वे रिपोर्ट के बाद जलदाय विभाग की जिन पेयजल टंकी में पानी की आपूर्ति शुरू नहीं हुई है. उन अधिकारियों को सीसीए का नोटिस दिया जाएगा और चार्जशीट दी जाएगी. इसके अलावा पंचायती राज विभाग द्वारा बनाई गई पेयजल टंकियों को शीघ्र ही शुरू कराने के लिए भी कहा गया है. 25 अक्टूबर तक हर हाल में सभी लोगों को अमृत योजना के तहत पानी का कनेक्शन मिले. यह व्यवस्था करने के जलदाय विभाग को निर्देश दिए गए हैं. जिले में 73 आरओ प्लांट खराब हैं. 6 सप्ताह में केवल 4 आरओ प्लांट ठीक हुए हैं. ऐसे में लोगों को शुद्ध पीने के लिए पानी नहीं मिल रहा है. गांवों में जगह-जगह हैंडपंप भी खराब है.
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दूसरी ओर अलवर-राजगढ़ सड़क मार्ग चौड़ीकरण के कार्य की प्रगति धीमी होने से आमजन को असुविधा हो रही है. इसकी जांच करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए. विद्युत वितरण निगम के अधिकारियों को बेहतर बिजली सप्लाई देने जिले के 63 राजकीय विद्यालय भवनों के ऊपर से गुजर रहे बिजली के तारों को शिफ्ट कराने के लिए अधिकारियों को 31 अक्टूबर तक का समय दिया गया है. इसके अलावा जिले के जिन 22 विद्यालयों का नामांकन होना है. उनके अक्षरों की पूर्ति कराकर नामकरण करने के लिए कहा गया.
आशा सहयोगिनी के रिक्त भरने के निर्देश
वहीं जिला कलेक्टन ने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक को निर्देश दिए हैं कि जिन आंगनवाड़ी केंद्रों में कार्यकर्ता सहायिका, आशा सहयोगिनी के पद रिक्त है, वहां से ग्रामसभा करवा कर पदों को भरा जाए. जिले में 65 हेक्टेयर में बागवानी के लक्ष्य के अनुरूप प्रगति कम है. ऐसे में कृषि विभाग के अधिकारियों को इस दिशा में काम करने के लिए कहा गया है.