अलवर: बाल संरक्षण आयोग और जिला बाल संरक्षण इकाई के तत्वाधान में कार्यशाला आयोजित
अलवर में बुधवार को राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग और जिला बाल संरक्षण इकाई के तत्वाधान में जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें कई कार्यक्रमों का आयोजन कर बच्चों और बालिकाओं को पॉक्सो एक्ट, गुड टच और बैड टच के बारे में बताया गया.
अलवर में जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन
Intro:राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग एवं जिला बाल संरक्षण इकाई के तत्वाधान में आयोजित जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन जिला परिषद सभागार में किया गया। इस जिला स्तरीय कार्यशाला में बाल संरक्षण में हमारी भूमिका, परीक्षा पर परिचर्चा और चुप्पी तोड़ो हमसे कहो और बालिकाओं के साथ कार्यक्रम पर चर्चा की गई। इस कार्यशाला में बाल अधिकारिता विभाग अधिकारी मौजूद रहे।
Body:आपको बता देगी इस कार्यशाला में बच्चों को सुरक्षित वातावरण देने को लेकर चर्चा की गई। बच्चों से बाल श्रम नहीं करवाया जाए। और बच्चों को बालश्रम से मुक्त कर उसको रेस्क्यू कर स्कूल में दाखिल दिला कर नामांकन कराया जाये।और कार्यशाला में सरकारी स्कूलों से बच्चों को बुलाकर उनको चुप्पी तोड़ो हमसे कहो कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी जाएगी। और बालिकाओं को पोक्सो एक्ट के बारे में जानकारी दी गई।
Conclusion:बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निर्देशक मिथिलेश कुमार ने बताया कि यह एक ओपन डिस्कशन है। जिसमें बच्चों के संरक्षण के लिए व बच्चों के राइट्स के लिए हम किस प्रकार से काम करें तो यहां आज सारा ओपन डिस्कशन चलेगा। इसमें 2 सेशन रखे गए हैं। पहले सेशन में तो बाल संरक्षण में हमारी क्या भूमिका है। और दूसरे सेशन में जो बच्चे डरे हुए और सहमे हुए होते हैं उन्हें किस प्रकार से बाहर निकाला जाए और 2:00 बजे के बाद हमने डेढ़ सौ गर्ल्स बुलाई है। जिनके साथ ओपन डिस्कशन किया जाएगा। जिसमें चुप्पी तोड़ो हमसे कहो यह कार्यक्रम रखा गया है। और उन बच्चियों को मूवीज भी दिखाई जाएंगी जिससे उनको पता लगे पोक्सो एक्ट क्या होता है और गुड टच बैड टच क्या होता है। इन सभी चीजों के बारे में जाने जिससे व फैसला कर सके क्या सही है और क्या गलत है। और वह डरे नहीं यदि कुछ गलत हो रहा है तो अपने माता-पिता को बताएं या अपने टीचर को बताएं। इन चीजों पर सभी बच्चों के साथ ओपन डिस्कशन किया जाएगा।
बाईट- मिथिलेश बाल अधिकारिता विभाग सहायक निर्देशक अलवर
Body:आपको बता देगी इस कार्यशाला में बच्चों को सुरक्षित वातावरण देने को लेकर चर्चा की गई। बच्चों से बाल श्रम नहीं करवाया जाए। और बच्चों को बालश्रम से मुक्त कर उसको रेस्क्यू कर स्कूल में दाखिल दिला कर नामांकन कराया जाये।और कार्यशाला में सरकारी स्कूलों से बच्चों को बुलाकर उनको चुप्पी तोड़ो हमसे कहो कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी जाएगी। और बालिकाओं को पोक्सो एक्ट के बारे में जानकारी दी गई।
Conclusion:बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निर्देशक मिथिलेश कुमार ने बताया कि यह एक ओपन डिस्कशन है। जिसमें बच्चों के संरक्षण के लिए व बच्चों के राइट्स के लिए हम किस प्रकार से काम करें तो यहां आज सारा ओपन डिस्कशन चलेगा। इसमें 2 सेशन रखे गए हैं। पहले सेशन में तो बाल संरक्षण में हमारी क्या भूमिका है। और दूसरे सेशन में जो बच्चे डरे हुए और सहमे हुए होते हैं उन्हें किस प्रकार से बाहर निकाला जाए और 2:00 बजे के बाद हमने डेढ़ सौ गर्ल्स बुलाई है। जिनके साथ ओपन डिस्कशन किया जाएगा। जिसमें चुप्पी तोड़ो हमसे कहो यह कार्यक्रम रखा गया है। और उन बच्चियों को मूवीज भी दिखाई जाएंगी जिससे उनको पता लगे पोक्सो एक्ट क्या होता है और गुड टच बैड टच क्या होता है। इन सभी चीजों के बारे में जाने जिससे व फैसला कर सके क्या सही है और क्या गलत है। और वह डरे नहीं यदि कुछ गलत हो रहा है तो अपने माता-पिता को बताएं या अपने टीचर को बताएं। इन चीजों पर सभी बच्चों के साथ ओपन डिस्कशन किया जाएगा।
बाईट- मिथिलेश बाल अधिकारिता विभाग सहायक निर्देशक अलवर