अलवर. सोनिया गांधी को एक बार फिर से कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है. इससे पहले कांग्रेस में खासा घमासान नजर आया. कई बड़े नेताओं की ओर से सोनिया गांधी को छुट्टी लिखते हुए, वर्किंग कमेटी के सदस्य में बदलाव की बात कही गई. तो वहीं सोनिया गांधी ने भी राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटने की बात कही थी. ऐसे में सर्वसम्मति से ध्वनि मत के साथ सोनिया गांधी को फिर से 6 माह के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया.
अलवर पहुंचे कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहन प्रकाश ने कहा कि कल की बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पूरे कांग्रेस परिवार को संगठित किया और एक दिशा दी. उन्होंने संदेश दिया की कांग्रेस देश के 130 करोड़ लोगों की लड़ाई लड़ेगी. पूरी कांग्रेस एकजुट है आने वाले समय में यह देखने को मिलेगा कि कांग्रेस आम जनता की समस्या में मुद्दों को उठाएगी और उनको लेकर लड़ाई लड़ेगी.
इसी के साथ उन्होंने कहा कि रविवार को दिल्ली में हुई बैठक के बाद सभी मुद्दे पर विवाद समाप्त हो चुके हैं. सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया है. उन्होंने कहा कि यदि निर्धारित हुआ है कि आप जिसको भी जो काम करना है वह पार्टी फोरम पर बात होगी.
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मोहन प्रकाश ने कहा कि सोनिया गांधी ने कहा कि हमारे मन में किसी को लेकर कोई बात नहीं है. सोनिया गांधी को अभी 6 माह के लिए अध्यक्ष चुना गया है. ऐसे में उन्होंने कह कि कांग्रेस के अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर साफ किया कि 6 माह का समय इसलिए रखा गया है, क्योंकि अभी कोरोना का हाल चल रहा है. कोरोना काल के बाद एआईसीसी का सेशन शुरू होगा. जिसके बाद नए अध्यक्ष का चुनाव कर लिया जाएगा.
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केंद्र सरकार पर साधा निशाना
मोहन प्रकाश ने केंद्र सरकार पर भी जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का लोकतांत्रिक मूल्यों में कोई विश्वास नहीं है. इसीलिए राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गोवा, मणिपुर सहित अन्य राज्यों में केंद्र सरकार की तरफ से सरकार गिराने का प्रयास किया गया. उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक को कमजोर करने का काम भी किया जा रहा है.
मोहन प्रकाश ने केंद्र सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था खराब हो रही है. देश का मजबूत स्तंभ सबसे बड़ा बैंक होता है. भारत में रिजर्व बैंक मुख्य बैंक है. किसी भी देश की अर्थव्यवस्था बैंक की स्थिति से लगाई जा सकती है. भारत के हालात दिनोंदिन खराब हो रहे हैं. तो वही लेकिन बीते दिनों कोरोना संक्रमण के चलते रिजर्व बैंक को कमजोर करने का काम हुआ है.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से रिजर्व बैंक से डेढ़ लाख करोड रुपए पहले दिए गए थे. अभी 60 हजार करोड रुपए सरकार ने लिए है. रिजर्व बैंक का सोना पहले ही सरकार भी चुकी है. उन्होंने केंद्र सरकार को घेरते हुए सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए.