भिवाडी (अलवर). जिले के शेखपुर थाने में गुरुवार को भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से हमीराका गांव में समुदाय विशेष के लोगों की ओर से मंदिर में तोड़फोड़ और प्रसाद बिखेरने के मामले को लेकर किया गया धरना-प्रदर्शन झगड़े और गाली गलौच में तब्दील हो गया. प्रदर्शन में पहुंचे क्षेत्रीय विधायक संदीप यादव और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच जमकर आरोप प्रत्यारोप के साथ ही गाली गलौच भी (bjp protesters and tijara Mla conflict) हुआ. गनीमत रही की पुलिस की ओऱ से बीच-बचाव करने से मामला शांत हो गया.
भिवाड़ी का शेखपुर थाना इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है. शेखपुर थाना अंतर्गत धार्मिक उन्माद व तोड़फोड़ के कई मामले सामने आ चुके हैं. एक महीना पहले ही थाना अधिकारी सचिन शर्मा की ओर से समुदाय विशेष के एक बुजुर्ग को थाने में बंद करने का आरोप लगाते हुए समुदाय विशेष के लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया. इस पर थाना अधिकारी का स्थानांतरण कर दिया गया. सचिन शर्मा की जगह दारा सिंह को शेखपुर थानाधिकारी लगाया गया लेकिन उसके बाद भी क्षेत्र में धार्मिक उन्माद फैलाने की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं हैं.
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26 अक्टूबर बुधवार को थाना क्षेत्र के हमीराका गांव स्थित शिव मंदिर में दलित समाज के युवक भगवान गोवर्धन का प्रसाद बना रहे थे, तभी आधा दर्जन से ज्यादा समुदाय विशेष के लोग वहां आए और प्रसाद को दूर उठा कर फेंक दिया. साथ ही मंदिर में आरती, भजन, कीर्तन करने पर जान से मारने की धमकी दी. समाज की बहन बेटियों पर भी अभद्र टिप्पणी करते हुए भला बुरा कहा. इस मामले की रिपोर्ट हमीराका गांव के रहने वाले रविंद्र कुमार ने थाने में दी लेकिन अब तक न तो रिपोर्ट दर्ज की और न आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
यह मामला क्षेत्र में तेजी से फैला और भाजपा के कार्यकर्ता एक्टिव हो गए. 27 अक्टूबर को दोपहर में भिवाड़ी नगर परिषद के पूर्व चेयरमैन संदीप दायमा, पूर्व विधायक मामन सिंह यादव , भाजयुमो जिला अध्यक्ष अभय सिंह बिधूड़ी, प्रधान जयप्रकाश यादव सहित सैकड़ों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता शेखपुर थाने पर पहुंचे आरोपियों को साथ ही आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग करने लगे.
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उदयपुर में जिला परिषद की शुक्रवार को हुए साधारण सभा में जमकर हंगामा हुआ. भाजपा विधायकों ने डीएमएफटी फंड से पैसा नहीं मिलने को लेकर बैठक का बहिष्कार किया और जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ (BJP MLAs protest outside collector office) गए. कलेक्टर के आश्वासन के बाद विधायकों ने 10 दिन में मांगें मानने की बात कही और पूरी नहीं होने पर प्रदर्शन की चेतावनी दी.
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मामले की जानकारी लेने के लिए तिजारा विधायक संदीप यादव भी पहुंच गए. मौके पर ही भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से विधायक संदीप यादव पर समुदाय विशेष के लोगों का सहयोग करने का आरोप लगाया. इस पर विधायक के साथ आए कार्यकर्ताओं और प्रदर्शनकारी भाजपाइयों के बीच नोकझोंक शुरू हो गई और मामला गाली गलौच तक पहुंच गया. मामला बिगड़ता देख डीएसपी प्रेम बहादुर, थानाधिकारी दारा सिंह ने बीचबचाव किया. करीब 20 से 25 मिनट माहौल काफी गर्म रहा आखिर में डीएसपी तिजारा प्रेम बहादुर व स्थानीय लोगों ने मामला शांत करवाया.
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाते हुए कहा है कि क्षेत्र में पुलिस व प्रशासन विधायक संदीप यादव की शह पर काम कर रहा है. यह भी कहा कि तिजारा डीएसपी प्रेम बहादुर सिंह ने अपने रवैये में बदलाव नहीं लाया तो फिर आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी. इधर नगर परिषद भिवाड़ी के पूर्व चेयरमैन संदीप दायमा ने तो विधायक को अकेले में देख लेने की खुली चेतावनी दे डाली. इस पूरे घटनाक्रम की एक वीडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है और यह पूरा घटनाक्रम भिवाड़ी में लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है.