अलवर. केंद्रीय कारागार में बंदियों को तनाव मुक्त करने और उनका हृदय परिवर्तन करने के लिए विशेष कार्यक्रम शुरू किया गया. जहां इसके तहत बंदियों को भजन सुनाए जाते हैं. इसके अलावा कई अन्य कार्यक्रम की मदद से उनमें पॉजिटिव एनर्जी दी जाएगी. जेल प्रशासन की तरफ से इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है. इस जेल वाणी कार्यक्रम से बंदियों के जीवन में सदाचारी रचनात्मक विकास होगा.
इसकी जानकारी देते हुए अलवर जेल अधीक्षक राजेंद्र कुमार ने बताया कि कारागृह में सुबह और शाम के समय 2 घंटे जेल वाणी के तहत प्रार्थना सभा भजन और मनोरंजन के गाने बंदियों को सुनाए जाते हैं और इसके साथ-साथ अन्य सामाजिक कार्यक्रम जेल का अनुभव सहित कोई आपबीती भी बंदे को सुनाई जा रही है. यदि कोई बंदी अपनी फरमाइश का गाना सुनना चाहता है तो उस बंदी को हम उसकी फरमाइश का गाना सुनाते हैं. इसके लिए जेल परिसर के अंदर स्पीकर लगा दिए गए हैं.