अलवर. जिले के एक सरकारी स्कूल में कम्प्यूटर अनुदेशक की ओर से बालिका के साथ दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है. कम्प्यूटर अनुदेशक को निजी संस्था के माध्यम से स्कूल में लगाया हुआ था. बालिका से दुष्कर्म की घटना का खुलासा (computer instructor used to rape school girl) होने के बाद पुलिस ने अपहरण और गैंगरेप की धाराओं में मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. जिसे शनिवार को न्यायालय में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया.
पुलिस ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के एक स्कूल में निजी संस्था की ओर से लगाए गए कम्प्यूटर अनुदेशक अंकित बैरवा ने विद्यालय में पढ़ने वाली बालिका को बहला फुसलाकर अपने घर बुलाता और उसके साथ यौन शोषण करता था. पिछले दिनों क्लास टीचर ने परिजन को बालिका के अनुपिस्थत होने की सूचना दी जिसके बाद घटना का पता चल सका. परिजनों ने दो दिन पहले बालिका के रास्ते से लापता होने की सूचना पुलिस को दी थी.
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पुलिस ने छह घंटे बाद बालिका को दस्तयाब कर उससे पूछताछ की. जिस पर बालिका ने पुलिस के सामने पूरी घटना बता दी. इसके बाद पुलिस ने परिजन की रिपोर्ट के आधार पर अपहरण, बलात्कार और पॉक्सो एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज कर आरोपी कम्प्यूटर अनुदेशक अंकित बैरवा को गिरफ्तार कर लिया. शनिवार को आरोपी को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया. पुलिस पूछताछ में आरोपी की ओर से आठ-दस स्कूली बालिकाओं से वीडियो कॉलिंग, मैसेज चैट और मोबाइल पर बात होने की बात भी सामने आई है. वहीं, इस घटना से कस्बे में भारी आक्रोश है. घटना की गंभीरता को देखते हुए थानाप्रभारी ने उच्च अधिकारियों को मामले से अवगत करवाया और विभिन्न टीमों का गठन कर अभियुक्त को 45 घंटों में दबोचकर सलाखों के पीछे भेज दिया. मामले की जांच उपाधीक्षक स्तर के अधिकारी की ओर से की जा रही है.
पिछले चार साल से बालिका स्कूल में कार्यरत था आरोपी
जानकारी के अनुसार आरोपी पिछले चार सालों से निजी संस्था के जरिए स्कूल में कार्यरत था. बालिकाओं के विद्यालय में युवक को नौकरी पर रखना भी शिक्षा विभाग की घोर लापरवाही को दर्शाता है. आरोपी विद्यालय के पूर्व प्रधानाचार्य से नजदीकी बनाए रखता था. पूर्व प्रधानाचार्य की सेवानिवृति के बाद जब विद्यालय की कमान एक महिला व्याख्याता को सौंपी गई तो कार्यवाहक प्रधानाचार्य ने आरोपी कम्प्यूटर अनुदेशक को मात्र एक माह में ही बाहर का रास्ता दिखा दिया था.