अलवर. बहरोड़ मामले में आए दिन नए खुलासे हो रहे हैं. एक तरफ गिरफ्तार बदमाश पुलिस पूछताछ में कई अहम जानकारियां दे रहे हैं. वहीं बहरोड़ के विधायक बलजीत यादव ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि थाने के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे बिल्कुल ठीक थे. लेकिन पुलिस ने कार्रवाई से बचने के लिए उन कमरों की रिकॉर्डिंग को डिलीट कर दिया और कैमरे खराब करवा दिए.
बता दें कि हथियार बंद बदमाशों ने बहरोड़ थाने पर धावा बोलकर वे बंदी गृह में बंद अपने साथी को छुड़ा कर ले गए. यह पूरी घटना एक फिल्मी अंदाज में अंजाम दी गई. बदमाशों ने जिस तरह से पूरी घटना को अंजाम दिया, उसे देखकर साफ था कि बदमाशों की कोई मदद कर रहा है. साथ ही थाने के अंदर की पल-पल की जानकारी उनको दी जा रही थी. इसलिए बदमाशों ने बेखौफ होते हुए इस पूरी घटना को अंजाम दिया. वहीं इस मामले में पुलिस ने अब तक दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है. यह दोनों पुलिस पूछताछ में कई बड़े खुलासे कर रहे हैं.
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बहरोड़ विधायक बलजीत यादव ने कहा की घटना के समय थाने के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे ठीक थे. लेकिन बाद में कार्रवाई के डर से पुलिसकर्मियों ने उसकी रिकॉर्डिंग डिलीट कर दी कैमरे खराब करवा दिए. उन्होंने कहा कि घटना के दौरान वहां मौजूद एक व्यक्ति ने उनको फोन करके बताया की घटना के बाद थाने का एक पुलिसकर्मी महिला पुलिसकर्मी से बोल रहा था की रिकॉर्डिंग डिलीट कर दो. साथ ही कोई भी पूछे कि कैमरे चल रहे थे तो मना कर देना. ऐसे में साफ है कि अगर रिकॉर्ड इस मामले की जांच पड़ताल कल रहे अधिकारियों के हाथ लगती तो पुलिस के कई बड़े राज सामने आ सकते थें क्योंकि घटना से पहले कई बदमाश थाने पर आए थे.
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उन्होंने पुलिस को प्रलोभन देकर बदमाश को छुड़वाने का प्रयास किया. लेकिन उनको सफलता नहीं मिली. जिसके बाद थाने में बंद बदमाश से उसके साथियों की फोन पर बात कराई गई. साथ ही थाने का पूरा नक्शा उनको दिया गया. ऐसे में पुलिस पर अब कई सवाल उठने लगे हैं. वहीं पुलिस के आला अधिकारी जल्द कार्रवाई की बात कहते हुए पूरे मामले से बचते हुए नजर आ रहे हैं.