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बाजारों को आंशिक रूप से खोलने की मांग, व्यापार महासंघ ने सौंपा ज्ञापन

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Published : May 24, 2021, 8:51 AM IST

कोरोना के चलते प्रदेश भर में लॉकडाउन लागू है. इस दौरान अलवर जिले में बाजारों को आंशिक रूप से खोलने के लिए अलवर जिला व्यापार संघ ने मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है.

Demand to open market in Alwar, Alwar Trade Association
बाजारों को आंशिक रूप से खोलने की मां

अलवर. जिला व्यापार महासंघ ने जिले के बाजारों को आंशिक रूप से खोलने की मांग की है. इसके लिए महासंघ के द्वारा मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम कमल राम मीणा को ज्ञापन सौंपा गया. महासंघ के अध्यक्ष रमेश जुनेजा के नेतृत्व में सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया कि 19 अप्रैल से 'रेड अलर्ट जन अनुशासन पखवाड़े' में आवश्यक वस्तु की दुकानों के अतिरिक्त अन्य सभी दुकानें बंद करने के निर्देश दिए गए हैं. बाजार बंद हुए 1 माह से अधिक समय हो गया है। मध्यमवर्गीय व्यापारी की आर्थिक स्थिति खराब है. दुकानों का किराया, स्टाफ का खर्चा, बच्चों की स्कूल की फीस, बिजली के बिल, बैंक लिमिट और ब्याज, रोजमर्रा के खर्च जारी है. दुकान बंद होने के कारण आर्थिक संकट बढ़ता जा रहा है.

बाजारों को आंशिक रूप से खोलने की मां

व्यापार महासंघ के अध्यक्ष रमेश जुनेजा ने बताया कि कोरोना के चलते लंबे समय से व्यापारियों ने अपनी दुकानों को बंद रखा. लम्बे समय से व्यापार बंद होने के कारण छोटे दुकानदारों की जमा पूंजी समाप्त हो चुकी है. वहीं रेडीमेड व साड़ी का व्यवसाय करने वाले दुकानदारों ने गर्मी व शादी के सावों को ध्यान में रखते हुए स्टॉक जमा किया हुआ था, जो अगले सीजन तक डेड हो जाएगा. अगर अब भी बाजार नहीं खोला गया तो व्यापार को फिर से पटरी पर लाना मुश्किल हो जाएगा.

पढ़ें- अल्पसंख्यक मामलात के मंत्री शाले मोहम्मद जैसलमेर पहुंचे, चौपाल में सुनीं लोगों की समस्याएं

रमेश जुनेजा ने बताया कि ज्ञापन के जरिए मुख्यमंत्री से मांग की है कि कोरोना प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए सभी दुकानदारों को दुकान खोलने की छूट दी जाए. अगर प्रशासन द्वारा व्यापार महासंघ की मांगों को नहीं माना गया, तो आगामी 24 मई के बाद महासंघ की बैठक में जो निर्णय लिया जाएगा, उससे प्रशासन को अवगत कराकर दुकानें खोली जाएंगी.

अलवर. जिला व्यापार महासंघ ने जिले के बाजारों को आंशिक रूप से खोलने की मांग की है. इसके लिए महासंघ के द्वारा मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम कमल राम मीणा को ज्ञापन सौंपा गया. महासंघ के अध्यक्ष रमेश जुनेजा के नेतृत्व में सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया कि 19 अप्रैल से 'रेड अलर्ट जन अनुशासन पखवाड़े' में आवश्यक वस्तु की दुकानों के अतिरिक्त अन्य सभी दुकानें बंद करने के निर्देश दिए गए हैं. बाजार बंद हुए 1 माह से अधिक समय हो गया है। मध्यमवर्गीय व्यापारी की आर्थिक स्थिति खराब है. दुकानों का किराया, स्टाफ का खर्चा, बच्चों की स्कूल की फीस, बिजली के बिल, बैंक लिमिट और ब्याज, रोजमर्रा के खर्च जारी है. दुकान बंद होने के कारण आर्थिक संकट बढ़ता जा रहा है.

बाजारों को आंशिक रूप से खोलने की मां

व्यापार महासंघ के अध्यक्ष रमेश जुनेजा ने बताया कि कोरोना के चलते लंबे समय से व्यापारियों ने अपनी दुकानों को बंद रखा. लम्बे समय से व्यापार बंद होने के कारण छोटे दुकानदारों की जमा पूंजी समाप्त हो चुकी है. वहीं रेडीमेड व साड़ी का व्यवसाय करने वाले दुकानदारों ने गर्मी व शादी के सावों को ध्यान में रखते हुए स्टॉक जमा किया हुआ था, जो अगले सीजन तक डेड हो जाएगा. अगर अब भी बाजार नहीं खोला गया तो व्यापार को फिर से पटरी पर लाना मुश्किल हो जाएगा.

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रमेश जुनेजा ने बताया कि ज्ञापन के जरिए मुख्यमंत्री से मांग की है कि कोरोना प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए सभी दुकानदारों को दुकान खोलने की छूट दी जाए. अगर प्रशासन द्वारा व्यापार महासंघ की मांगों को नहीं माना गया, तो आगामी 24 मई के बाद महासंघ की बैठक में जो निर्णय लिया जाएगा, उससे प्रशासन को अवगत कराकर दुकानें खोली जाएंगी.

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