अलवर. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर ओवर स्पीड के चलते आए दिन हादसे हो रहे हैं. इन हादसों में लोगों की जान भी जा रही है. ऐसे में हादसों को रोकने के लिए अलवर पुलिस ने एक्शन प्लान तैयार किया है. बता दें कि अलवर पुलिस एक्सप्रेस वे पर रोजाना 100 से अधिक ओवर स्पीड के चालान काट रही है. तो 24 घंटे गस्त की व्यवस्था भी शुरू हो चुकी है. पुलिस ने एनएचएआई से पुलिस चौकी व ट्रैफिक पोस्ट के लिए जमीन भी मांगी है. जमीन मिलते ही वहां पुलिस चौकी खोली जाएगी. इसके खुलने के बाद हादसे के तुरंत बाद पुलिस की सहायता पहुंच सकेगी. इसका सीधा फायदा एक्सप्रेस वे पर चलने वाले लोगों को मिलेगा.
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे दिल्ली से दौसा तक संचालित हो रहा है. इसी महीने एनएचएआई की तरफ से एक्सप्रेस-वे को सवाई माधोपुर तक खोल दिया जाएगा. एक्सप्रेस वे पर वाहनों की अधिकतम रफ्तार 120 किलोमीटर है. लेकिन वाहन संचालक तेजी व लापरवाही से चलते हैं, जिसके चलते आए दिन यहां हादसे हो रहे हैं. 2 दिन पहले तेज रफ्तार एक गाड़ी अनियंत्रित होकर पलट गई जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई और 5 लोग घायल हो गए थे. उससे कुछ दिन पहले हादसे में एक युवक युवती की मौत हो गई थी. एक्सप्रेस वे पर लगातार हादसों का सिलसिला जारी है. कई लोगों की जान जा रही है.
ऐसे में अलवर पुलिस ने अपना एक्शन प्लान तैयार किया है. एक्सप्रेस वे पर ओवर स्पीड से चलने वाले वाहनों पर लगाम लगाने के लिए 24 घंटे इंटरसेप्टर तैनात कर दिया है. जो प्रतिदिन 100 से ज्यादा वाहनों के चालान कर रही है. इसके साथ ही एक्सप्रेस-वे पर होने वाली गौ तस्करी व अन्य घटनाओं को देखते हुए दो गस्त टीमें तैनात की गई है. वो 24 घंटे एक्सप्रेस वे पर तैनात रहती हैं. एनएचएआई ने पुलिस को गस्त लगाने के लिए दो गाड़ियां उपलब्ध कराई है. इनमें क्यूआरटी व पुलिस टीम तैनात रहती है. पुलिस की टीम ने अभी तक कई गौ तस्करों को पकड़ा है.
पढ़ें हाथों में डंडे लेकर महिलाओं ने किया सड़क जाम, पानी की किल्लत से थीं परेशान
साथ ही अलवर पुलिस ने पुलिस मुख्यालय से दो इंटरसेप्टर की डिमांड की है. इन इंटरसेप्टर को भी एक्सप्रेस वे पर तैनात किया जाएगा. साथ ही एनएचएआई से पुलिस थाना व ट्रैफिक पोस्ट के लिए जमीन की भी मांग की है. अलवर पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने बताया कि सड़क हादसा होने के बाद पुलिस को एक्सप्रेस वे पर पहुंचने में समय लगता है. घायल को समय पर इलाज नहीं मिलने के चलते उसकी जान चली जाती है. इसलिए पुलिस चौकी व ट्रैफिक पोस्ट खोलना जरूरी है. एक्सप्रेस-वे पर कोई भी हादसा होने पर तुरंत पुलिस पहुंच सकेगी. साथ ही एक्सप्रेस वे पर लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से भी 24 घंटे वाहनों पर नजर रखी जा रही है. उन्होंने कहा कि लोगों को सावधानी बरतनी होगी.
ओवर स्पीड से होते हैं हादसे : दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे पर ओवर स्पीड के सबसे ज्यादा हादसे होते हैं। उद्घाटन से लेकर आज तक अलवर सीमा के आसपास करीब 10 से ज्यादा हादसे हो चुके हैं। इन हाथों में कई लोगों की जान जा चुकी है। सभी हादसे ओवरस्पीड के चलते हुए। एक्सप्रेस वे पर अधिकतम वाहनों की स्पीड 120 किलोमीटर प्रति घंटा है। ऐसे में लोग तेजी से वाहन चलाते हैं। जिसके चलते वाहन अनियंत्रित हो जाता है।
प्रतिदिन ओवरस्पीड के चालान : पुलिस की तरफ से प्रतिदिन एक्सप्रेस वे पर ओवर स्पीड के चालान किए जा रहे हैं. एक इंटरसेप्टर प्रतिदिन एक्सप्रेस वे पर वाहनों की जांच पड़ताल में लगी है। 100 से ज्यादा वाहनों के ओवरस्पीड के चालान किए जा रहे हैं.