अलवर. मालाखेड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत कुछ दिन पहले नावली गांव में बालक निर्मम हत्या के मामले में फिर जांच की जाएगी. अब यह जांच का दायित्व आईपीएस अधिकारी विकास सागवान को सौंपा गया है क्योंकि पुलिस की जांच से मृतक बालक के परिजन और ग्रामीण असंतुष्ट हैं. आक्रोशित ग्रामीणों ने शुक्रवार को सर्किट हाउस में मंत्री सहित जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को इस मामले में शिकायत की है.
श्रम राज्यमंत्री टीकाराम जूली ने बताया कि बालक के परिजन और अन्य ग्रामीण शुक्रवार को सर्किट हाउस में उनसे मिले और जांच पर सवाल उठाए. पीड़ित और ग्रामीणों की मांग पर उन्होंने पुलिस प्रशासन को बालक निर्मल हत्याकांड की आईपीएस अधिकारी से पुनः जांच करने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा इस मामले की शुरुआत में लापरवाही बरतने वाले एएसआई महावीर सिंह के खिलाफ भी कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
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इधर, जिला पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम के अनुसार आईपीएस सागवान इस मामले की त्वरित और निष्पक्ष जांच कर रिपोर्ट पेश करेंगे. जिस पर प्रकरण में नियम अनुसार आगामी कार्रवाई की जाएगी. सीबीआई जांच के सवाल पर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि परिजनों ने अभी तक हमारे सामने सीबीआई जांच की मांग नहीं की गई है.
उल्लेखनीय है कि परिजनों का आरोप है कि नावली हत्याकांड में सूचना के बावजूद पुलिस ने पूरी तरह लापरवाही बरती. जिसके बाद बालक की लाश मिलने पर भी पुलिस जांच सवालों के घेरे में आ गई. परिजनों का कहना है कि मृतक बालक के शव के कई अंगों को इस प्रकार नुकसान पहुंचाया गया, जिसमें उसकी बलि चढ़ाए जाने की प्रबल संभावना है. जबकि इस मामले में अब तक हुई पुलिस जांच में इसे नरबलि का मामला नहीं माना गया.