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अलवर को मिला दिवाली का तोहफा: मेडिकल कॉलेज की DPR को हरी झंडी, जल्द शुरू होगी टेंडर प्रक्रिया

अलवर के लोगों को अब जल्द ही सुपर स्पेशलिटी इलाज की सुविधाएं मिल सकेंगी. जी हां, यहां के मेडिकल कॉलेज की डीपीआर (DPR) को हरी झंडी मिल चुकी है. ऐसे में जल्द ही कॉलेज निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया होगी. साल 2022-23 से प्रदेश सरकार का मेडिकल कॉलेज भी शुरू होने की संभावना है.

Alwar medical college
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Published : Nov 3, 2021, 5:40 PM IST

अलवर. राजस्थान के अलवर को दिवाली का तोहफा मिला है. लंबे समय से अटके अलवर के मेडिकल कॉलेज की Detailed Project Report (DPR) को हरी झंडी मिल चुकी है. ऐसे में जल्द ही मेडिकल कॉलेज निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी व कॉलेज के भवन का निर्माण कार्य शुरू होगा. इसका सीधा फायदा जिले के आसपास के क्षेत्र के लोगों को मिलेगा. उनको शहर में सुपर स्पेशलिटी इलाज की सुविधाएं मिल सकेंगी.

पहला जिला जहां होंगे दो सरकारी मेडिकल कॉलेज

प्रदेश में अलवर पहला ऐसा जिला होगा जिसमें दो सरकारी मेडिकल कॉलेज होंगे. अलवर के एमआईए औद्योगिक क्षेत्र में ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज इस साल से शुरू हो रहा है. सब कुछ ठीक रहा तो साल 2022-23 से प्रदेश सरकार का मेडिकल कॉलेज भी शुरू हो जाएगा. यहां का मेडिकल कॉलेज 7 सालों से लटका हुआ है. अलवर के बाद प्रदेश सरकार ने जिन जिलों में मेडिकल कॉलेज की घोषणा की थी, उन जिलों में मेडिकल कॉलेज शुरू हो चुका है. अब अलवर मेडिकल कॉलेज की डीपीआर को मंजूरी मिल चुकी है. डीपीआर के बाद टेंडर प्रक्रिया होगी और कॉलेज भवन का निर्माण कार्य शुरू होगा.

पढ़ें: अलवर में ESIC मेडिकल कॉलेज शुरू, अब जिले में हो सकेगी बड़ी सर्जरी

केंद्र ने 195 और राज्य सरकार ने दिया 130 करोड़ का बजट

अलवर मेडिकल कॉलेज के लिए 325 करोड़ रुपए पहले ही मंजूर हो चुके हैं. इसमें 195 करोड़ रुपए केंद्र सरकार की तरफ से बजट दिया गया है. जबकि 130 करोड़ रुपए राज्य सरकार की तरफ से उपलब्ध कराए गए हैं. डीपीआर के अनुसार बॉयज हॉस्टल, गर्ल्स हॉस्टल, ऐडमिशन ब्लॉक, बॉयज और गर्ल्स इंटर्न हॉस्टल, प्रिंसिपल आवास, टीचिंग स्टाफ, नॉन टीचिंग स्टाफ के लिए आवास, कक्षाओं के लिए भवन, इनडोर स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स, नर्सिंग हॉस्टल, रेजिडेंट हॉस्टल, ऑपरेशन थिएटर, प्रैक्टिकल प्रैक्टिस रूम सहित जरूरत के हिसाब से अलग-अलग भवन बनाए जाएंगे. इसमें लैब ओपीडी व अन्य भवन भी शामिल होंगे.

पढ़ें: दिवाली के प्रदूषण को लेकर प्रदूषण नियंत्रण विभाग अलर्ट, पहली बार दिवाली से पहले शुरू हुई जांच

नहीं जाना पड़ेगा जिले के बाहर

मेडिकल कॉलेज के लिए एसटीपी प्लांट, आरो प्लांट, कंप्यूटर सर्वर रूम सहित अन्य जरूरत के उपकरण भी उपलब्ध कराए जाएंगे. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही मेडिकल कॉलेज की टेंडर प्रक्रिया होगी. इसका सीधा फायदा अलवर के लोगों को मिलेगा. अलवर के लोगों को सुपर स्पेशलिटी सेवाओं के लिए गुड़गांव, दिल्ली, जयपुर या अन्य शहरों में नहीं जाना पड़ेगा. नोएडा की कंपनी को भवन बनाने की जिम्मेदारी दी गई है.

अलवर. राजस्थान के अलवर को दिवाली का तोहफा मिला है. लंबे समय से अटके अलवर के मेडिकल कॉलेज की Detailed Project Report (DPR) को हरी झंडी मिल चुकी है. ऐसे में जल्द ही मेडिकल कॉलेज निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी व कॉलेज के भवन का निर्माण कार्य शुरू होगा. इसका सीधा फायदा जिले के आसपास के क्षेत्र के लोगों को मिलेगा. उनको शहर में सुपर स्पेशलिटी इलाज की सुविधाएं मिल सकेंगी.

पहला जिला जहां होंगे दो सरकारी मेडिकल कॉलेज

प्रदेश में अलवर पहला ऐसा जिला होगा जिसमें दो सरकारी मेडिकल कॉलेज होंगे. अलवर के एमआईए औद्योगिक क्षेत्र में ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज इस साल से शुरू हो रहा है. सब कुछ ठीक रहा तो साल 2022-23 से प्रदेश सरकार का मेडिकल कॉलेज भी शुरू हो जाएगा. यहां का मेडिकल कॉलेज 7 सालों से लटका हुआ है. अलवर के बाद प्रदेश सरकार ने जिन जिलों में मेडिकल कॉलेज की घोषणा की थी, उन जिलों में मेडिकल कॉलेज शुरू हो चुका है. अब अलवर मेडिकल कॉलेज की डीपीआर को मंजूरी मिल चुकी है. डीपीआर के बाद टेंडर प्रक्रिया होगी और कॉलेज भवन का निर्माण कार्य शुरू होगा.

पढ़ें: अलवर में ESIC मेडिकल कॉलेज शुरू, अब जिले में हो सकेगी बड़ी सर्जरी

केंद्र ने 195 और राज्य सरकार ने दिया 130 करोड़ का बजट

अलवर मेडिकल कॉलेज के लिए 325 करोड़ रुपए पहले ही मंजूर हो चुके हैं. इसमें 195 करोड़ रुपए केंद्र सरकार की तरफ से बजट दिया गया है. जबकि 130 करोड़ रुपए राज्य सरकार की तरफ से उपलब्ध कराए गए हैं. डीपीआर के अनुसार बॉयज हॉस्टल, गर्ल्स हॉस्टल, ऐडमिशन ब्लॉक, बॉयज और गर्ल्स इंटर्न हॉस्टल, प्रिंसिपल आवास, टीचिंग स्टाफ, नॉन टीचिंग स्टाफ के लिए आवास, कक्षाओं के लिए भवन, इनडोर स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स, नर्सिंग हॉस्टल, रेजिडेंट हॉस्टल, ऑपरेशन थिएटर, प्रैक्टिकल प्रैक्टिस रूम सहित जरूरत के हिसाब से अलग-अलग भवन बनाए जाएंगे. इसमें लैब ओपीडी व अन्य भवन भी शामिल होंगे.

पढ़ें: दिवाली के प्रदूषण को लेकर प्रदूषण नियंत्रण विभाग अलर्ट, पहली बार दिवाली से पहले शुरू हुई जांच

नहीं जाना पड़ेगा जिले के बाहर

मेडिकल कॉलेज के लिए एसटीपी प्लांट, आरो प्लांट, कंप्यूटर सर्वर रूम सहित अन्य जरूरत के उपकरण भी उपलब्ध कराए जाएंगे. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही मेडिकल कॉलेज की टेंडर प्रक्रिया होगी. इसका सीधा फायदा अलवर के लोगों को मिलेगा. अलवर के लोगों को सुपर स्पेशलिटी सेवाओं के लिए गुड़गांव, दिल्ली, जयपुर या अन्य शहरों में नहीं जाना पड़ेगा. नोएडा की कंपनी को भवन बनाने की जिम्मेदारी दी गई है.

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