अलवर. वसुंधरा सरकार के दौरान अलवर शहर में दो पैनोरमा बनाए गए. आज दोनों पैनोरमा बंद पड़े हैं. मकसद पर धूल चढ़ गई है. समस्याएं और भी हैं. यही वजह है कि शहर से चुने गए जनता के प्रतिनिधि ने विधानसभा में तमाम दिक्कतें उठाईं. बोले पैनोरमा खराब हो रहे हैं. सटीक व्यवस्था नहीं है. सरकार से बोले इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है. आगे कहा कि प्रदेश भर में लाखों खर्च कर पैनोरमा बनवाया जा रहा है लेकिन फिर उसके रखरखाव को लेकर क्या उपाय किए जा रहे हैं इस पर भी रोशनी डाली जाए.
लावारिस पशुओं से समस्या
शहर विधायक संजय शर्मा ने गुरुवार को विधानसभा में अलवर विधानसभा क्षेत्र में शहर के प्रमुख मार्गों और बाजारों में लावारिस पशुओं का मामला उठाया. विधायक ने कहा कि अशोक सर्किल, रेलवे स्टेशन, होप सर्कस, केडलगंज, रामगंज, बिजली घर का चौराहा, मन्नी का बड़, नयाबास, काली मोरी, सब्जी मंडी, घंटाघर सहित शहर के सभी प्रमुख मार्गों पर कॉलोनियों पर आवारा व लावारिस पशुओं का आतंक रहता है. आए दिन दुखद घटनाएं होती हैं और गाय गंदगी में पड़ी पॉलिथीन खाती देखी जा सकती हैं.
पैनोरमा की बेकदरी
विधायक शर्मा ने कहा कि बहरोड रोड पर महाराज भर्तहरि और हसन खां मेवाती के नाम पर दो पैनोरमा बनाए गए थे. इन पर लाखों रुपए खर्च हुए लेकिन दोनों बंद है. यहां तक कि उन पर गंदगी जमा हो गई है. पर्यटकों के लिए भी वहां बैठने और पीने के पानी का इंतजाम नहीं है. यही वजह है कि लोग पैनोरमा देखने नहीं जाते हैं. उन्होंने कहा कि इस संबंध में पहले प्रभारी मंत्री को अवगत कराया गया लेकिन उसके बाद भी कोई समाधान नहीं हुआ.
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