अलवर. अलवर के चमेली बाग स्थित कब्रिस्तान की जमीन पर हुए (Alwar Cemetery Scam Case) घोटाले का मामला मंत्री टीकाराम जूली का पीछा नहीं छोड़ रहा है. इस मामले को लेकर शनिवार को मेव समाज से जुड़े लोगों ने दशहरा ग्राउंड के पास कर्बला मैदान में एक बैठक आयोजित की. इसके बाद मेव समाज के लोगों ने हाथों में काले झंडे लेकर बाइक रैली निकाली. यह बाइक रैली शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए मालाखेड़ा पहुंची, जहा बाइक रैली का समापन हुआ.
अखेपुरा क्षेत्र के चमेली बाग में कब्रिस्तान की जमीन को अधिकारियों की मिलीभगत से अन्य लोगों के खातेदारी में चढ़ा दिया था. जिसका खुलासा कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री नसरू खान ने किया था. इसके बाद मेव समाज के लोगों ने इसका विरोध किया. जमीन के आदेशों को पारित करने वाले तत्कालीन एसडीएम प्यारे लाल सौंठवाल ने खातेदारी के आदेश को रद्द कर दिया.
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वहीं, मेव समाज ने इस मामले की शिकायत सूबे के सीएम अशोक गहलोत से भी की थी. जिस पर सरकार ने तत्कालीन एसडीएम प्यारेलाल सौंठवाल व तहसीलदार कमल पचौरी की लापरवाही को मानते हुए उन्हें निलंबित कर दिया. मेव समाज के नेताओं ने कहा कि बीते दिनों कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री व कैबिनेट मंत्री ने कहा था कि उनको इस मामले की जानकारी नहीं थी, लेकिन वो झूठ बोल रहे हैं. पूरे मामले से उन्हें अवगत कराया गया था. इस संबंध में कई बार जिला कलेक्टर व अन्य अधिकारियों के साथ ही मंत्री को भी ज्ञापन दिए गए थे.
इधर, मेव समाज के लोगों ने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से कोई कार्रवाई न होने की सूरत में वो सड़क पर उतर अपना विरोध जाहिर किए. पूर्व मंत्री नसरू खान, शफात मैंनेजर, गफूर खा और सरपंच जमशेद सहित अन्य लोगों ने सरकार से दोषियों के खिलाफ अविलंब कार्रवाई करने की मांग की. साथ ही कब्रिस्तान की जमीन को तुरंत बहाल करने की भी बात कही गई.
इस मामले में मंत्री टीकाराम जूली के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने (Meo samaj increased tension of Tikaram Juli) पर मंत्री को उनके पद से हटाने की भी मांग की जा रही है. साथ ही मेव समाज के लोग राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भी अपना (Rahul Gandhi Bharat Jodo Yatra protest) विरोध दर्ज कराने की बात कह रहे हैं.