अलवर. कोरोना काल में लोगों का आवागमन में सुविधा हो, इसके लिए रोडवेज ने बसों का संचालन शुरू किया है. लेकिन रोडवेज की बसें अब परेशानी बन रही है. दरअसल, हाल ही में स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में बस चालक और परिचालक पॉजिटिव मिले हैं. इसमें स्वास्थ्य विभाग प्रशासन की परेशानी बढ़ा दी है.
अलवर केंद्रीय बस स्टैंड से दो डिपो संचालित होते हैं. इसमें अलवर आगार और मत्स्य डिपो शामिल हैं. दोनों डिपो की तीन सौ के आसपास बसें राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और पंजाब सहित विभिन्न राज्यों के रूटों पर संचालित होती हैं. कोरोना काल में लोगों को आने-जाने में किसी भी तरह की परेशानी नहीं हो, इसलिए रोडवेज की तरफ से बसों का संचालन शुरू किया गया.
डिमांड के अनुसार रोडवेज की तरफ से लगातार बसें चलाई जा रही हैं, लेकिन अब यह बसें प्रशासन के लिए परेशानी बन रही है. हाल ही में स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में रोडवेज के 50 से अधिक चालक परिचालक पॉजिटिव मिले हैं. ऐसे में प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने सभी का इलाज शुरू कर दिया है.
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बता दें कि रोडवेज की सभी कर्मचारी रिपोर्ट आने पर अपनी ड्यूटी कर रहे थे. रोडवेज के अधिकारियों ने मामले की जानकारी उनको दी. इसके बाद सभी को वापस कर भेजा गया. वहीं कुछ को जरूरत के हिसाब से हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. इन सबके बाद भी रोडवेज की तरफ से लगातार लापरवाही बरती जा रही है.
रोडवेज की तरफ से अभी तक कोई गाइडलाइन जारी नहीं की गई. रोडवेज के अधिकारी शुरुआत में बड़े दावे कर रहे थे. लेकिन हालात बिल्कुल उलट देखने को मिले हैं. रोडवेज कर्मचारी ना तो मास्क का उपयोग करते दिख रहे हैं और ना ही बसों को सैनिटाइज करवाया जा रहा है. ऐसे में संक्रमण फैलने का खतरा कहीं ना कहीं बढ़ रहा है.