अलवर. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर पुलिस की गश्त की कोई व्यवस्था नहीं थी. इसके चलते तस्कर खुलेआम तस्करी कर रहे थे. गौ तस्करी के अलावा शराब और मादक पदार्थों की तस्करी खुलेआम हो रही थी. हालांकि अब हरकत में आए पुलिस और प्रशासन ने पुलिस गश्त की व्यवस्था के निर्देश दिए हैं. साथ ही 3 जगह पुलिस चौकी लगाने का प्रस्ताव भी दिया गया है.
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर तस्करी के मामले सामने आने के बाद एनएचएआई व पुलिस के अधिकारी हरकत में आए व तुरंत जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में एक अहम बैठक बुलाई गई. इसमें एक्सप्रेस वे पर पुलिस की गश्त की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए. एनएचएआई की तरफ से गश्त के लिए दो वाहन दिए गए हैं. जिनमें क्यूआरटी व पुलिसकर्मी 24 घंटे गश्त करते हैं.
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अलवर जिले में 3 जगहों पर पुलिस चौकी बनाने के लिए पुलिस की तरफ से एनएचएआई को प्रस्ताव दिया गया है. क्योंकि पुलिस चौकी के लिए जमीन एनएचएआई की तरफ से उपलब्ध कराई जाएगी. साथ ही एनएचएआई की तरफ से एक्सप्रेस वे पर लगे कैमरों का एक्सेस पुलिस को दे दिया गया है. ऐसे में पुलिसकर्मी कैमरे से 24 घंटे एक्सप्रेस वे पर नजर रख रहे हैं. एक्सप्रेस वे पर पुलिस की गश्त होने से तस्करी पर लगाम लगेगी, तो तस्कर पुलिस की गिरफ्त में होंगे.
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एक्सप्रेस वे पर जल्द ही स्टेट जीएसटी व सेंट्रल जीएसटी की तरफ से जांच पड़ताल शुरू की जाएगी. इसके अलावा आबकारी विभाग, आरटीओ की तरफ से भी वाहनों की चेकिंग शुरू होगी. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर लगातार वाहनों का दबाव बढ़ रहा है. 24 घंटे के दौरान 18 से 20 हजार वाहन एक्सप्रेस वे से गुजरते हैं. बढ़ते वाहनों के दबाव को देखते हुए एनएचएआई की तरफ से भी बेहतर इंतजाम किए जा रहे हैं. कुछ जगहों पर एक्सप्रेसवे की सड़क खराब हो गई थी. उस सड़क को ठीक करने का काम भी चल रहा है.