अलवर (भिवाड़ी). जिले के भिवाड़ी के टपूकड़ा में तिजारा ब्लाक प्रशासन ने कस्बे में चल रहे अस्पतालों और क्लीनिकों को सीज किया गया है. कार्रवाई के दौरान कोई भी क्लिनिक संचालक डिग्री धारी डॉक्टर नहीं मिला. उन सभी क्लीनिकों में झोलाछाप डॉक्टर मरीजों का इलाज करते हुए पाए गए. जिसपर प्रशासन ने सभी को सीज करते हुए मौके पर इलाज करते मिले. डॉक्टरों से इलाज के लिए डिग्री दिखाने को कहा गया.
मौके पर किसी भी डॉक्टर के पास कोई डिग्री नहीं पाई गई. जिसपर 5 क्लीनिकों को मौके पर ही सीज किया गया और आगे की कार्रवाई शुरू की गई. जिला कलेक्टर के निर्देशानुसार तिजारा उपखंड में झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ उपखंड अधिकारी खेमाराम यादव, तहसीलदार द्वारका प्रशाद, ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी मनोज यादव, अजीत पटवारी और सहयोगियों ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से टपूकड़ा कस्बे में चल रहे मनीषा होस्पीटल, टपूकड़ा हास्पीटल, अयात लेब हास्पीटल, भागोड़िया डाक्टर, आशिन डॉक्टर के क्लीनिकों पर कार्रवाई शुरू की तो वहां पर इलाज कर रहे सभी डॉक्टर झोलाछाप पाए गए.
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जबकि अस्पताल के बाहर लगे बोर्ड़ों पर बड़े-बड़े डॉक्टरों के नाम लिखे हुए पाए गए. इसके साथ ही जांच के दौरान अस्पताल संचालकों के पास आवश्यक दस्तावेज नहीं मिलने के कारण मौके पर ही पांच क्लीनिक सीज किए गए हैं. कार्रवाई के दौरान एक बिना नाम के क्लीनिक पर डॉक्टर ने अंदर से दरवाजे बंद कर लिए. जिसपर प्रशासन के अधिकारियों ने फिल्मी अंदाज में दूसरी छत से कर्मचारियों को चढ़ाकर छज्जे का दरवाजा तोड़ डॉक्टर और उसके सहायक को बाहर निकाला और पुलिस के हवाले किया.
उपखंड अधिकारी खेमाराम ने बताया कि यह सभी अस्पताल कोविड-19 की सरकारी गाइडलाइन की अवहेलना करते हुए कोरोना मरीजों का भी इलाज कर रहे थे. साथ ही उन्होंने कहा कि तिजारा क्षेत्र में चल रहे ऐसे अवैध रूप से संचालित होने वाले सभी क्लीनिक और अस्पतालों बंद करवाए जाएंगे. उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
मालाखेड़ा में चिकित्साअधिकारियों ने की झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई..
अलवर जिले के मालाखेड़ा में चिकित्सा अधिकारियों ने झोलाछाप नीम हकीमों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए अवैध रूप से चल रही दो क्लीनिक को सीज किया है. दरअसल सोहनपुर बस स्टैंड के पास अवैध रूप से दो क्लीनिक चलाई जा रही थी. अधिकारियों ने जब इनके खिलाफ कार्रवाई की तो वहां पर एक्सपायरी दवाइयां मिली. जिसके बाद अधिकारियों की ओर से झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया.