बानसूर (अलवर). कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए सरकार ने पूरे देश में लॉकडाउन घोषित किया हुआ है. ऐसे में काम धंधा बंद होने की वजह से प्रवासी मजदूर अपने गृहराज्यों को लौट रहे हैं. लेकिन इसी दौरान कई बड़े हादसे सामने आए हैं. जिसके बाद प्रशासन सतर्क हो गया है और प्रवासियों की निगरानी शुरू कर दी है. इसी क्रम में रविवार को बानसूर के बुटेरी टोल टैक्स पर प्रवासी मजदूरों की निगरानी के लिए बनाए गए नाके पर गोरखपुर जा रहे 11 प्रवासी मजदूरों को रोका गया. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे तहसीलदार ने इन मजदूरों की टोल नाके पर ही खाने की व्यवस्था की.
तहसीलदार जगदीश बेरवा ने बताया कि, ये मजदूर गंगानगर की शुगर मिल में काम करते थे. काम बंद हो जाने की वजह से ये लोग साईकिल सो ही अपने घर की ओर निकल लिए. दुर्घटना की संभावना को देखते हुए और दूरी अधिक होने पर साईकिल से न जाने की समझाइश की. जिस पर प्रवासी मजदूर सहमत हो गए. जिसके बाद इन्हें बानसूर स्कूल में चल रहे रिलीफ कैंप में रुकवाया गया है. अब इनको ट्रेन या बसों से सकुशल घर भेजा जाएगा.
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बता दें कि, बानसूर में अब तक करीबन 600 से अधिक प्रवासी मजदूरों को उनके गृह राज भेजा जा चुका है. वहीं, अभी कस्बे के सीनियर सेकेंडरी स्कूल में हजारों की तादाद में अलग-अलग राज्य के प्रवासी मजदूरों का आना जारी है. इसके अलावा कस्बे के रोटी बैंक और श्री बाबा गरीबनाथ सेवा समिति निरंतर सुबह-शाम हजारों लोगों के खाने की व्यवस्था कर रही है.
प्रशासन बरत रहा है सतर्कता...
प्रशासन भी एमपी, बिहार और यूपी के प्रवासी मजदूरों को बसों से छुड़वा रहा है. वहीं, क्षेत्र से बाहर से प्रवासी मजदूरों के आना का सिलसिला अब भी जारी है. ऐसे में प्रशासन संक्रमण के खतरे को देखते हुए सभी प्रवासी मजदूरों की जांच कर रहा है. ताकि, संक्रमित का पता लगाकर संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.