मुंडावर (अलवर). राजस्थान में वैश्विक महामारी कोरोना की दूसरी लहर को रोकने के लिए लगाए गए जन अनुशासन पखवाड़े के पहले दिन का असर कस्बे सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के बाजारों में दिखाई दिया. इस दौरान आवश्यक वस्तुओं को छोड़कर शेष दुकानें बंद रही. एसडीएम रामसिंह राजावत के नेतृत्व में प्रशासन ने कोविड गाइडलाइन का पालन नहीं करने पर सोमवार को कुल दस दुकाने सीज की. अभी तक कुल इक्कीस दुकानों को सीज किया गया है. साथ ही 800 लोगों का चालान काटकर करीब एक लाख पच्चीस हजार रुपये की वसूली भी की है.
उपखण्ड क्षेत्र में आम लोग बेवजह घर के बाहर नहीं निकल रहे हैं. कोरोना के कारण लॉकडाउन के बाद प्रदेश में वीकेंड कर्फ्यू के बाद सोमवार सुबह से जन अनुशासन पखवाड़े को लागू किया गया और इससे लोग ज्यादा भयभीत नजर नहीं आ रहे हैं. इसके अलावा शुक्रवार रात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रदेशवासियों को संबोधित कर अपील एवं हिम्मत बंधाने का असर भी आज देखने को मिल रहा है कि प्रदेश में कहीं भी अफरा-तफरी का माहौल नजर नहीं आ रहा.
पढ़ें- RU प्रशासन का छात्रावास बंद करने का आदेश, छात्रों ने किया प्रदर्शन
कस्बे सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में उपखण्ड अधिकारी रामसिंह राजावत, तहसीलदार रोहिताश्व पारीक, नायब तहसीलदार विवेक कटारिया, थानाधिकारी लक्ष्मीकांत शर्मा सहित प्रशासन की टीमों ने दौरा किया, लेकिन कहीं भी किसी को परेशानी नहीं हो रही और ना ही पुलिस को कोई मशक्कत करनी पड़ रही है. बाजारों में दूध, फल सब्जी एवं किराना की दुकानें निर्धारित समय अनुसार जगह-जगह खुली हुई हैं. इससे भी लोगों को राहत मिली हुई है.
इस दौरान कहीं से कोई अप्रिय खबर भी नहीं प्राप्त हुई हैं. रोडवेज की बसें भी चल रही हैं. हालांकि बसों में गाइडलाइन एवं कर्फ्यू के कारण यात्री बहुत कम नजर आ रहे हैं. सड़कों पर भी जरूरी सेवा एवं काम वाले लोगों के ही आने जाने से यातायात की समस्या भी नहीं है. बस स्टैण्ड आदि से आने जाने वालों के लिए साधन के रूप में टैक्सी एवं ऑटो चलते भी नजर आए. उल्लेखनीय है कि बढ़ते कोरोना के मद्देनजर राज्य सरकार द्वारा सोमवार सुबह से तीन मई तक जन अनुशासन पखवाड़ा लागू किया गया है.